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मोदी राज में देश के रुपए और प्रतिष्ठा दोनों में कमी आई: प्रमोद तिवारी

डॉलर के मुकाबले रुपए में जारी है गिरावट


लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने डालर के मुकाबले भारतीय रूपये सर्वाधिक निचले स्तर पर होने को लेकर कडी चिन्ता जतायी है। उन्होने कहा कि आज वर्तमान में एक डालर के मुकाबले भारतीय रूपया अपने न्यूनतम स्तर 83.74 पर पहुंच गया है। उन्होनें कहा कि सर्वे में आर्थिक विशेषज्ञों ने पहले ही आशंका जतायी थी कि देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति बद से बदतर हो रही है। उन्होनें कहा कि केन्द्र सरकार के बजट पेश होने के बाद रूपये के भाव में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा के कैम्प कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि डालर की तुलना में भारतीय रूपये का अब तक का यह सबसे निचला स्तर है। उन्होनंे कहा कि इससे हमारे आयात पर प्रतिकूल प्रभाव पडे़गा। वहीं उन्होनें कहा कि कच्चा तेल सहित कई जरूरी चीजों की कीमतें भी बढ़ जाने से देश की बाजार और नागरिकों को मंहगाई की बड़ी मार झेलनी पड़ेगी। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक रूपये की कीमत कम न हो पाये इसके लिए वह अपनी पूरी ताकत के साथ मदद कर रहा है। सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस प्रयास के बावजूद स्थिति रिजर्व बैंक के भी नियंत्रण से बाहर चली गयी है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार झूठ बोलना बंद करे और हर कीमत पर वास्तविकता का सामना करे। उन्होनें कहा कि केन्द्र सरकार को भारतीय रूपये की स्थिति मजबूत बनाने के लिए हर सम्भव प्रयास शुरू करना चाहिए। वहीं उन्होनें यूपी में मध्यांचल व पूर्वान्चल के कई जनपदों में आवर्षण के कारण कम पानी बरसने से सूखे जैसी स्थिति को भी चिन्ताजनक कहा। उन्होनें तंज कसा कि यूपी में मुख्यमंत्री तथा उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों एवं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष समेत सत्तारूढ़ दल के विधायक आपसी खींचतान में व्यस्त हैं। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सत्ता दल के लोग एक दूसरे को गिराने मे पूरी ताकत लगा रहे हैं जबकि बार बार प्रयास करने के बावजूद शारदा सहायक की नहरों, रजबहों एवं माइनरों में सिंचाई के लिए किसानों को पानी नही मिल पा रहा है। उन्होने कहा कि इससे खेती सूख रही है। सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रदेश में बिजली की हालत बद से बदतर होने को भी सरकार की विफलता कहा। उन्होनें कहा कि बिजली की आपूर्ति आवश्यकतानुसार नही हो पा रही है। उन्होनें सरकार से कहा कि यदि बिजली का उत्पादन कम हो रहा है तो जहां सरप्लस बिजली हो वहां से सरकार बिजली खरीदे। वार्ता के दौरान पीसीसी सदस्य प्रशान्तदेव शुक्ल, प्रतिनिधि भगवती प्रसाद तिवारी, मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल मौजूद रहे।

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