नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के मंत्रालय से जुड़ा हुआ एक बड़ा घोटाला सामने आ रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक अल्पसंख्यक मंत्रालय जो स्मृति ईरानी संभाल रही हैं उसे मंत्रालय में बीते 5 वर्षों में एक अरब 44 करोड रुपए का छात्रवृत्ति घोटाला हो गया है। देश भर के 100 जिलों में लगभग 56 ऐसे फर्जी संस्थानों में 1 अरब 44 करोड रुपए भेजे गए जहां ना कोई बिल्डिंग है और ना ही कोई छात्र। मामला बेहद गंभीर माना जा रहा है और इसकी जांच सीबीआई को सौंपने की तैयारी चल रही है।
मोदी सरकार जहां 2024 में साफ-सुथरी सरकार के संदेश के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है वही इस तरह के घोटालों से उसकी मुश्किलें बढ़ रही है। घोटाले को लेकर विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेरा है। अल्पसंख्यक मंत्रालय के घोटाले पर तंज करते हुए कहा है कि घोटाले बाजो ने मंत्रालय तक घुसकर अरबो रूपया डकार लिया लेकिन चौकीदार सता रहा और उसे पता ही नहीं चला।
अमेठी में राहुल गांधी के फिर से चुनाव लड़ने की खबरों से परेशान स्मृति ईरानी के लिए उनके मंत्रालय का घोटाला उनके लिए बड़ी मुश्किल है खड़ा कर सकता है। चुनाव में इसकी सफाई देना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित हो सकता है।
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