
कौशांबी। भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक और दिग्गज नेता उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ मैदान में उतरने वाली पल्लवी पटेल को कई मोर्चों पर जूझना पड़ा। एक तरफ जहां पल्लवी पटेल पावर और पैसों के प्रभाव से जूझ रही थी वहीं दूसरी ओर उनकी बहन और अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल मैं भी उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत लगा रखी थी। उन्होंने कौशांबी में सभा की और अपने समर्थकों से पल्लवी पटेल को हराने की अपील की लेकिन सिराथू की जनता ने अनुप्रिया पटेल की एक नहीं सुनी। पटेलों का एकमुश्त वोट पल्लवी पटेल को मिला इसके अलावा यादव और मुस्लिमों के लामबंदी के चलते पल्लवी पटेल की राह आसान हुई। उनकी जीत में पासी समाज का भी बड़ा योगदान था।
More Stories
कंगना रनौत की फिल्म धाकड़ बुरी तरह फ्लॉप: शनिवार को बिके सिर्फ दो टिकट
Agartala: Viplav kumar dev exists as cm : congress blames on BJP Government
विप्लव देव को मुख्यमंत्री के समान सुविधाएं क्यों दी गई है? पब्लिक के पैसे का दुरुपयोग कर रही है भाजपा सरकार – सुदीप राय बर्मन