आय से अधिक संपत्ति की जांच कराने की मांग
प्रयागराज। आबकारी विभाग और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है। आबकारी मुख्यालय के डिप्टी कार्यालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक अमित अग्रवाल पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। आबकारी आयुक्त को भेजी गई एक शिकायती पत्र में उसकी नियुक्ति से लेकर उसके द्वारा मोलासेस में की गई कमीशन खोरी के जरिए करोड़ों रुपए अर्जित करने का आरोप लगा है।
शिकायती पत्र में आखिर क्या कहा गया है
आबकारी आयुक्त को भेजे गए शिकायत में कहा गया है कि अमित अग्रवाल बसपा सरकार के शासन काल में शीरे पर अवैध रूप से वसूले जाने वाले रूपए 100प्रति क्विंटल का मुख्य सूत्र धार था,इसे मुख्य ठेकेदार पोंटी चड्ढा द्वारा 2रुपए क्विंटल वसूली के पारिश्रमिक के तौर पर दिया जाता था, कुल उत्पादित 500लाख क्विंटल शीरे पर इसे रुपए 100करोड़ वर्षिक प्राप्त होता था, अन्य मदो से अलग इसकी उगाही थी यह कमिश्नर के समानांतर अधिकार रखता था, विभागीय अधिकारियों में इसके नाम की दहशत थी, इसका लाभ लेकर इसमें देश विदेश में अकूत चल अचल संपत्ति बनाई है।
श्रीमान जी, इसकी अकूत संपत्ति की जांच कराने से दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा, उसी अवैध आमदनी के सहारे इसके ऊपर कोई नियम लागू नहीं होता है, इसकी तैनाती उप आबकारी आयुक्त के कार्यालय में है परंतु यह सारा दिन मुख्यालय में बना रहता है कहीं न कहीं अपने को अटैच करवा लेता है, मुख्य धंधा इसका दलाली ही रहता है। यह विभाग के लिए नासूर की तरह है।
अब देखना होगा कि इन गंभीर शिकायतों का आबकारी विभाग संज्ञान लेता है या नहीं।
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