प्रतापगढ़ रामानुज आश्रम संत रामानुज मार्ग सर्वोदय सद्भावना संस्थान के अध्यक्ष धर्माचार्य ओम प्रकाश पांडे अनिरुद्ध रामानुजदास ने कहा है कि पश्चिम बंगाल के पुरुलिया नामक जिले में मकर संक्रांति के पावन अवसर पर गंगासागर में स्नान करने और भगवान कपिल का दर्शन करने के लिए जा रहे तीन साधुओं को बेरहमी से पीटा गया। यह कृत्य अति निंदनीय है। पूरे वर्ष भर में एक बार गंगा सागर में स्नान करने के लिए दूर-दूर से यहां तक की विश्व के अनेक देशों से लोग स्नान करने के लिए आते हैं। एक कहावत है सारे तीरथ बार-बार गंगासागर एक बार समस्त तीर्थो का दर्शन करने के लिए आप बार-बार जा सकते हैं किंतु मनुष्य गंगासागर एक ही बार जाता है।
भगवान श्रीमन्नारायण ने कर्दम ऋषि और माता देवहूति के घर कपिल रूप में अवतरित हुए थे। जहां आपने अपनी मां और बहनों को सांख्ययोग का उपदेश दिया था, अंत में आपकी मां देवहूति बिरजा नाम की स्वर्ग में नदी बन गई। आपने आचमन करके इस जल से स्वयं गंगासागर में स्थान बनाया। जहां पर राजा सागर के पुत्रों ने जाकर आपकी तपस्या में विध्न डाला था और अंत में सगर के ही वंशज राजा भगीरथ ने तपस्या करके ब्रह्मा जी के कमंडल में स्थित भगवान के श्री चरणों का जल विष्णुपदी के रूप में जो था उसे लेकर आए। भगवान शंकर की जटाओं में समायीं और जटाशंकरी कहलाईं, आगे वही पतित पावनी गंगा, जान्हवी आदि अनेकों नाम से जानी गई।
आज सनातन धर्म के संतों की उनके ही देश में पिटाई हो रही है। महाराष्ट्र में संतों की पिटाई कर उन्हें मार डाला गया था। इसका परिणाम क्या हुआ कि वह सरकार समाप्त हो गई और उसे और उसके नेताओं को कोई पूछने वाला भी नहीं है। यही हश्र ममता बनर्जी का भी होने वाला है ममता बनर्जी चेत लें और जो ममता बनर्जी को लेकर साथ चलेगा आने वाले 2024 के लोकसभा के चुनाव में उसका भी बहुत ही बुरा हश्र होगा। केंद्र सरकार को चाहिए कि तत्काल बंगाल सरकार के खिलाफ कार्यवाही करे और सैन्य सेवा स्थापित करके निर्विघ्न रूप से सनातन धर्मियों को गंगासागर का स्नान करावे।
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