
प्रतापगढ़। हाल ही में जिला पंचायत राज अधिकारी रवि शंकर द्विवेदी के ट्रांसफर के बाद खाली हुए पद पर प्रशासनिक दायित्व के साथ प्रयागराज के आलोक सिन्हा को जिम्मेदारी मिली लेकिन उन्हें वित्तीय अधिकार नहीं दिए गए। कहा जा रहा है कि डीपीआरओ के ट्रांसफर के बाद विकास भवन के सबसे भ्रष्ट अधिकारियों में से एक परियोजना निदेशक आरसी शर्मा जिन पर ग्रामीण विकास परियोजना निदेशक के तौर पर प्रधानमंत्री आवास योजना ₹ पचासी करोड़ से अधिक का घोटाला किया। उनके घोटाले को लेकर सांसद संगम लाल गुप्ता ने लोकसभा में आवाज उठाई जिसको लेकर एक केंद्रीय टीम ने प्रतापगढ़ का दौरा किया जिसको परियोजना निदेशक ने सेवा पानी करके मैनेज किया और जांच अभी भी लंबित है। भ्रष्ट आरसी शर्मा किस शिकायत मुख्यमंत्री के पास भी पहुंची है। ऐसे भ्रष्ट व्यक्ति को मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया का नजदीकी बताया जाता है और कहा जा रहा है कि जिला पंचायती राज विभाग का वित्तीय प्रभार आरसी शर्मा को दिया जा सकता है।
डीसी एनआरएलएम और जिला विकास अधिकारी की उपेक्षा:
डीसी एनआरएलएम और जिला विकास अधिकारी जैसे वरिष्ठ अनुभवी योग्य अधिकारियों पर जिस तरह परियोजना निदेशक आरसी शर्मा जैसे भ्रष्ट अधिकारी को तरजीह दी जा रही है उसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं व्याप्त है। लोगों का कहना है कि परियोजना निदेशक आरसी शर्मा को चार्ज मिला तो पंचायती राज विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच जाएगा।
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