
नई दिल्ली। दलित शोषित वंचित वर्ग के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम करने वाली चिंतक और विचारक डॉ जयश्री ने अभिनेत्री कंगना राणावत द्वारा स्वतंत्रता को भीख बताए जाने पर कड़ी आलोचना की है साथ ही साथ मीडिया को भी आड़े हाथों लिया है।
देश का मेन स्ट्रीम मीडिया देश की जनता के सामने बिल्कुल ही ग़लत आदर्श व्यक्ति (आइकॉन) खड़े करने का काम कर रहा है।एक बिल्कुल ही बेवक़ूफ़ महिला जिसे अभिनय कला श्रेणी में पद्म पुरस्कार दिया गया है। नैशनल मीडिया के मंच पर बैठकर देश की “स्वतंत्रता को भीख” बता रही है।
पहली बात तो एंकर इस अभिनेत्री से देश की पॉलिटिक्स क्यूँ पूछ रहा है जबकि सब जानते हैं कि वो एक अनपढ़ महिला है जो पढ़ाई के प्रेशर से घर छोड़ कर भाग गयीथी। अंग्रेज़ी उसने बॉलीवुड में बने रहने के लिए सीखी है।
ये सब लोग मिलकर देश की जनता को अज्ञानता और ग़लत जानकारी के एक एसे दलदल में फँसा रहे है जिससे निकलने में कई सौ वर्ष और लग जाएँगे।
ध्यान देने की बात यह भी है कि इस क्रांतिकारी नक़ली झाँसी की रानी ने महिला सम्बन्धी अपराधों, बलात्कार, महिलाओं की सामाजिक स्थिति आदि पर कभी अपने विचार नही दिए हैं।
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