अवधभूमि

हिंदी न्यूज़, हिंदी समाचार

ट्रांसफर पोस्टिंग में खेल: कमिश्नर जा सकते हैं जेल

लखनऊ। अपने फर्जीवाडे के लिए मशहूर आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने एक ऐसा करना में किया है जिसके लिए उन्हें जेल जाना पड़ सकता है।

जी हां उन्होंने ट्रांसफर पोस्टिंग में बड़ी अनियमितता की है। बताया जा रहा है की ट्रांसफर पोस्टिंग में करोड़ों रुपए की वसूली हुई है।

विभाग के जानकार सूत्रों का कहना है कि मानव संपदा पोर्टल पर हुए ट्रांसफर पोस्टिंग में भी जमकर धांधली हुई है। स्पाउस ग्राउंड पर कमिश्नर ने मनमानी ढंग से वेटेज देकर अपने चहेतों को उपकृत किया है । मिली जानकारी के मुताबिक स्पाउस ग्राउंड पर 25 अंक का वेटेज दिया जाना था जबकि सीनियरिटी के आधार पर 20 अंक का वेज मिलना था और किसी प्रकार की एडवर्स एंट्री होने पर 10 अंक वेटेज में काम करना था। मिली जानकारी के मुताबिक आबकारी आयुक्त ने वेटेज देने के अपने अधिकार का व्यापक दुरुपयोग किया। कहां जा रहा है कि जिन लोगों से मोटी वसूली हुई थी उन्हें कमिश्नर ने अतिरिक्त वेटेज देकर मलाईदार पोस्टिंग दे दी।

इंस्पेक्टर पर भारी पड़े पदोन्नति पाने वाले बाबू

मानव संपदा पोर्टल पर हुए ट्रांसफर में भी कितने बड़े पैमाने पर धांधली हुई है यदि इसकी बानगी देखनी हो तो इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बड़ी संख्या में 2023 में जिन बाबुओं की पदोन्नति हुई और इंस्पेक्टर बन गए उनकी वरिष्ठता इंस्पेक्टर पद पर उनकी नियुक्ति की तिथि से ना करके उनकी नियुक्ति की तिथि से की गई। परिणाम स्वरुप वह सभी बाबू जो पदोन्नति के बाद इंस्पेक्टर बने थे उनको सर्कल में तैनाती मिल गई जबकि लोक सेवा आयोग से सीधे इंस्पेक्टर बनकर आए तमाम लोगों को प्रवर्तन जाना पड़ा है। इस इस फर्जीवाड़ा में टास्क फोर्स में तैनात राजेश कुमार मिश्रा मिश्रा जिला आबकारी अधिकारी राकेश सिंह गंग डिस्टलरी में तैनात सुशील मिश्रा तथा मुख्यालय में acp और एसीआर के पटल पर तैनात प्रसेन राय का बहुत बड़ा रोल है।

जानकार सूत्रों का कहना है कि यदि मानव संपदा पोर्टल पर हुए इस फर्जीवाड़ा के खिलाफ मामला हाई कोर्ट चला गया तो आबकारी आयुक्त और उनके चेलों का जेल जाना तय है।

About Author