
नई दिल्ली। उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए सभी आरोपियों के केस के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है।
एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से करी सवाल पूछे। पहला सवाल यह पूछा कि एंबुलेंस से अधिक और अशरफ को हॉस्पिटल क्यों नहीं ले जाया गया दूसरा सवाल यह पूछा गया की अतीक और अशरफ को भीड़ भाड़ में परेड क्यों कराया गया और तीसरा सवाल यह भी पूछा गया कि हत्यारों को अतीक और अशरफ की मेडिकल संबंधी लोकेशन कैसे मिली? इन सवालों पर राज्य सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी सिर्फ यही कहते हुए नजर आए कि इस मामले में एक एसआईटी गठित की गई है और हमें उसकी रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए।
कोर्ट ने हत्या की जांच के लिए सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों पर हलफनामा मांगा है। साथ ही अतीक अहमद के बेटे असद समेत उमेश पाल हत्याकांड के अन्य आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने की जांच के बारे में भी जानकारी मांगी है।
कोर्ट ने राज्य को जस्टिस बीएस चौहान के नेतृत्व वाले न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट के अनुसरण में उठाए गए कदमों के बारे में भी सूचित करने का निर्देश दिया है, जिसने 2020 के विकास दुबे मुठभेड़ की जांच की थी।
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