
प्रतापगढ़। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को तगड़ा झटका लगा है। लगातार चार बार से एमएलसी रहे गोपाल जी को एमपी एमएलए कोर्ट ने फर्जी पते पर लाइसेंस बनवाने के मामले में दोषी पाया और 7 वर्ष की सजा सुना दी।
लोग उम्मीद कर रहे थे कि इस मामले में अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी को अधिकतम 3 वर्ष तक की सजा हो सकती है लेकिन अदालत से उन्हें झटका मिला है और उन्हें 7 वर्ष की सजा दी गई है इसका मतलब उनको आसानी से जमानत नहीं मिल पाएगी।
पत्नी मधुरिमा सिंह ने भी किया है नामांकन
कोर्ट के संभावित रुख को देखते हुए एहतियातन अक्षय प्रताप सिंह की पत्नी मधुरिमा सिंह ने भी नामांकन किया है। बड़ी संभावना यही है कि वही अब चुनाव दायित्व की पूरी जिम्मेदारी निभाएंगी।
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