
लखनऊ। कोरोना की तीसरी लहर उत्तर प्रदेश में भयावह रूप लेती जा रही है। पिछले 24 घंटे में लगभग 1000 मामले उत्तर प्रदेश में आ रहे हैं। बावजूद इसके कोरोना को लेकर किसी प्रकार की कोई सख्ती नहीं बरती जा रही है। पड़ोसी राज्यों हरियाणा दिल्ली उत्तराखंड बिहार छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी कोरोना से जुड़ी गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। बिहार में स्कूल कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अधिकतम 20 लोगों को अनुमति दी जा रही है। इसी तरह के प्रतिबंध छत्तीसगढ़ झारखंड हरियाणा और उत्तराखंड में भी देखने को मिल रहा है लेकिन उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अखिलेश यादव की चुनावी यात्राएं जारी है जहां पर लाखों की भीड़ जमा हो रही है। जानकारों का मानना है कि अगर यही हालात रहे तो कोरोना की यह तीसरी लहर डेल्टा की तरह कहर बन जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आखिरी रैली का इंतजार
सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री के आखिरी चुनावी रैली का इंतजार कर रहा है और जैसे ही प्रधानमंत्री कार्यालय की हरी झंडी मिलेगी चुनाव आचार संहिता घोषित होगी तब शायद कोविड-19 का पालन हो।
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