
गाजियाबाद। योगी सरकार में हजारों की संख्या में नेपाली और बांग्लादेशियों के फर्जी आधार कार्ड और पैन नंबर बनते रहे जिनके सहारे उन लोगों ने तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया है। कहां जा रहा है कि इसमें से कई लोगों ने सरकारी नौकरियां भी हथिया ली। इतना बड़ा फर्जीवाड़ा होता रहा और किसी को कानों कान खबर नहीं हुई।
गाजियाबाद शहर कोतवाली पुलिस ने यूपी चुनाव को प्रभावित करने की साजिश का बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले एक गैंग का पर्दाफाश किया है. आरोपी अब तक करीब 30 हजार फर्जी आधार कार्ड बना चुके हैं. पुलिस ने उनके कब्जे से 30 लैपटॉप और 137 आधार कार्ड भी बरामद किए हैं. पुलिस के अनुसार इनके निशाने पर भारत में रहने वाले नेपाली और बांग्लादेशी लोग रहते थे. उन लोगों के आधार कार्ड यह गैंग 7000 से 10 हजार रुपए लेकर बनाता था. पुलिस की मानें तो उत्तर प्रदेश के 2022 के चुनावों को प्रभावित करने के लिए यह बड़ी साजिश मानी जा रही है.
माना जा रहा है कि सत्तारूढ़ दल के विधायकों की मिलीभगत से यह सब किया गया है। जिन लोगों का आधार कार्ड और पैन नंबर बनाया गया है वह सब भाजपा के समर्थक और मतदाता के रूप में सामने आए हैं। पूरे यूपी में 2022 के चुनाव में जातीय समीकरण को प्रभावित करने के लिए यह खेल बड़े पैमाने पर खेला गया है।
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