
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सत्ता के दो केंद्र हैं या फिर सत्ता संघर्ष अभी जारी है यह उस समय फिर चर्चा का विषय बन गया जब वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का स्थानांतरण हुआ और 12 घंटे के भीतर यह स्थानांतरण निरस्त कर दिया गया।
वाराणसी के डीएम का ट्रांसफर और किए गए ट्रांसफर को निरस्त करने की जो कवायद की गई वह अब सुर्खियां बन रही है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वाराणसी के जिलाधिकारी अधिक तवज्जो नहीं दे रहे थे। उनके एटीट्यूट को लेकर तरह तरह की शिकायतें मुख्यमंत्री तक पहुंच रही थी जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया लेकिन तबादले के 12 घंटे के भीतर ही उनका स्थानांतरण निरस्त कर दिया गया।
वाराणसी के डीएम का तबादला होते ही सक्रिय हो गया प्रधानमंत्री कार्यालय
वाराणसी के जिला अधिकारी कौशल राज शर्मा के तबादले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री कार्यालय एक्टिव मोड में आ गया और कहा जा रहा है कि वहां से आई एक फोन कॉल के बाद यह तबादला निरस्त कर दिया गया।

तो क्या योगी सरकार के कामकाज में दखल दे रहा केंद्र
इस फैसले के बाद यह भी चर्चा है कि केंद्र सरकार के राडार पर उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ आईएएस है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि रेणुका कुमार को फिर से यूपी भेजा जा रहा है जो अवनीश अवस्थी के विकल्प के रूप में मौजूद रहेंगे।
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