
नई दिल्ली। लगता है बाबा रामदेव और मोदी सरकार का हनीमून का दौर समाप्त हो गया है। औषधि प्राधिकरण में एक व्यक्ति की शिकायत पर केंद्र सरकार ने उत्तराखंड सरकार को पतंजलि के खिलाफ एक्शन लेने को कहा है।
योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि के अवैध विज्ञापनों के जरिए दिल-लिवर की बीमारी से जुड़े प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। केंद्र ने स्टेट ऑथॉरिटीज को विज्ञापनों की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है। दरअसल, आयुष मंत्रालय को कुछ शिकायतें मिली थीं, जिनमें कंपनी की तरफ से कुछ उत्पादों को लेकर ऐसे विज्ञापन दिखाए गए हैं जो दिल और लिवर की बीमारी को जल्द ठीक करने का दावा करते हैं।
मंगलवार (19 अप्रैल, 2022) को केरल के नेत्र रोग विशेषज्ञ के.वी. बाबू ने सूचना का अधिकार अधिनियम के माध्यम से शिकायत दर्ज की थी। इसके बाद मंत्रालय ने उत्तराखंड के अधिकारियों को शिकायकर्ता की ओर से दिए गए दस्तावेजों के आधार पर जांच करने की सलाह दी है। बाबू ने फरवरी में केंद्र के शीर्ष दवा प्राधिकरण से शिकायत की थी कि देहरादून स्थित पतंजलि नेअपने विज्ञापनों में दावा किया है कि लिपिडोम एक हफ्ते में कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और लोगों को हृदय की समस्याओं और रक्तचाप से बचाता है।
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