
गोरखपुर। अब जबकि चुनावी रणभेरी बज चुकी है ऐसे में गोरखपुर में गोरक्ष पीठ के मठाधीश और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ को तगड़ा झटका लगा है उनके द्वारा स्थापित हिंदू युवा वाहिनी के अधिकांश कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
2017 के विधानसभा चुनाव में हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रहे सुनील सिंह, सौरभ, विश्वकर्मा, चंदन विश्वकर्मा ने 15 साल तक हिंदुत्व का झंडा हिंदू युवा वाहिनी के साथ उठाया. हालांकि, कहा जाता है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे के दौरान उन लोगों का योगी आदित्यनाथ से मतभेद हो गया था. जिसके बाद उन्हें संगठन से बाहर निकाल दिया गया था. अब यह तीनों एसपी में शामिल हो गए हैं.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में प्रभाव रखने वाले हिंदू युवा वाहिनी के निचले स्तर तक के कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं जिसे योगी आदित्यनाथ से मोहभंग बताया जा रहा है।
हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व पदाधिकारियों के मुताबिक, 2017 में योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद से ही पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जाने लगा. इस वजह से जिला इकाई भी भंग हो गईं. इसके कारण कार्यकर्ता और सदस्य अलग होकर समाजवादी पार्टी में जाने लगे. इसी क्रम में 2018 में पूर्वी उत्तर प्रदेश की बलरामपुर, मऊ, आजमगढ़ इकाइयां भंग हो गईं.
हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व अध्यक्ष सुनील सिंह के मुताबिक, हिंदू युवा वाहिनी अपना पूरा अस्तित्व खो चुकी है, क्योंकि हिंदुत्व के बिंदु पर बीजेपी के सामने कोई और दल बढ़ नहीं पा रहा है. यही वजह है कि धीरे-धीरे करके सभी कार्यकर्ता उसका साथ छोड़ कर चले गए. आज हिंदू युवा वाहिनी में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है, जिसको आगे बढ़ाया जा सके.
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