
नई दिल्ली। यूक्रेन-रशिया युद्ध पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक विवादित बयान दे दिया। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि विदेश में पढ़ने वाले 90% मेडिकल स्टूडेंट नीट एग्जाम पास नहीं कर पाते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि अभी इस मुद्दे पर बहस करने का सही वक्त नहीं है।
बता दें कि भारत के हजारों छात्र हर वर्ष मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए विदेश जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में मेडिकल की पढ़ाई विदेशों की अपेक्षा महंगी है। विदेशों में एमबीबीएस की पढ़ाई 35 से 40 लाख के बीच पूरी हो जाती है जबकि भारत में इसके लिए करीब 50 लाख रुपए लगते हैं। भारत में मेडिकल की पढ़ाई के लिए NEET एग्जाम पास करना होता है और करीब 90 हजार मेडिकल की सीटें भारत में है।
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