
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी ने भले ही प्रचंड बहुमत प्राप्त किया हो लेकिन सरकार गठन को लेकर एक बार फिर तनाव पैदा हो गया है।
मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल में संभावित चेहरों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अमित शाह के बीच तनाव चरम पर है। एक बार फिर योगी आदित्यनाथ अड़ गए हैं। सूत्रों का कहना है कि वह अपने पसंद का मंत्रिमंडल चाहते हैं जबकि पर्यवेक्षक अमित शाह 2024 को लेकर मंत्रिमंडल बनाना चाहते हैं।
अमित शाह किसी भी कीमत पर केशव प्रसाद मौर्य असीम अरुण बेबी रानी मौर्य और एके शर्मा को ताकतवर मंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल कराना चाहते हैं जबकि इसके लिए योगी आदित्यनाथ तैयार नहीं है। योगी आदित्यनाथ को लगता है कि उन्हें घेरने की कोशिश की जा रही है। इस बीच योगी आदित्यनाथ और मोहन भागवत के बीच में भी मुलाकात हुई है और योगी आदित्यनाथ ने मोहन भागवत को घटनाक्रम से अवगत कराया है।
अभी तक सरकार बनाने का दावा भी नहीं किया गया
योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनाव लड़ा गया और जीता भी गया बावजूद इसके अभी तक सरकार गठन के लिए योगी आदित्यनाथ राजभवन नहीं पहुंचे उसका कारण बताया जा रहा है कि अमित शाह और रघुवर दास ही राज भवन में नई सरकार के गठन का दावा करने जाएंगे।
आदित्यनाथ नहीं झुके तो बड़े फैसले ले सकती है भाजपा
इस बीच सूत्रों का कहना है कि अगले 24 घंटे के अंदर यदि केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह और योगी आदित्यनाथ के बीच सहमति नहीं बनी तो दिल्ली दरबार कुछ करें और बड़े कदम उठा सकती है। इसको लेकर सियासी गलियारे में हलचल तेज है।
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