लखनऊ। अपने रिटायरमेंट से पहले ही विभाग के प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी उन तमाम अधिकारियों को जो प्रोन्नति पाकर जॉइंट कमिश्नर बनने का ख्वाब देख रहे थे उनकी उम्मीदों पर पानी फेरने की तैयारी कर रहे हैं। अवधभूमि न्यूज इन चर्चाओं की कोई पुष्टि नहीं करता है लेकिन चर्चाएं तेज हैं कि विभाग ज्वाइंट कमिश्नर लेबल के बाद सरेंडर कर सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक ज्वाइंट कमिश्नर जैसे पद सरेंडर किए जा सकते हैं इस संबंध में आबकारी मुख्यालय से आख्या मांगी जा रही है। इन खबरों के सामने आने के बाद विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। इस मसले पर आबकारी मुख्यालय में एक गोपनीय अच्छा तैयार की जा रही है जिसे जल्दी शासन भेजा जाएगा।
नई आबकारी नीति में शराब कंपनियों पर कमजोर हुआ शासन का नियंत्रण
आबकारी महकमे ने शराब माफियाओं के सामने लगभग समर्पण कर दिया है। शराब कंपनियां विभाग का सैकड़ों करोड़ रूपया एक्साइज ड्यूटी के रूप में दबा कर बैठे हैं और विभाग के मुखिया इसको लेकर निश्चिंत है। कहां जा रहा है कि शराब कारोबारियों के इशारे पर ही विभाग में जॉइंट कमिश्नर लेबल के पद समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है।
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