लखनऊ। संजय भूसरेड्डी द्वारा मनमाने ढंग से 300 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों को मनमाने ढंग से सस्पेंड करने और पत्रावली निस्तारित नहीं करनी के मनमाने रवैया पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने न केवल गहरी नाराजगी जाहिर की है बल्कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाब देही तय करने का फरमान सुनाया
मुख्य सचिव के सख्त तेवर के बाद संजय भूसरेड्डी और कमिश्नर पांडियन सी बैकफुट पर आ गए।
आनन-फानन में मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी ने अपने उसी पुराने शासनादेश को निरस्त कर दिया है। इस आदेश में इंस्पेक्टर लेबल के निलंबित कर्मचारी अधिकारियों को तब तक बहाल नहीं किया जा सकता जब तक कि ज्वाइन किया जिला आबकारी अधिकारियों का प्रकरण निस्तारित नहीं कर दिया जाता।
सामान्य वर्ग के 198 कर्मचारी, अधिकारी सस्पेंड: संजय भूसरेड्डी ने कहा जब तक हूं बहाल नहीं होने दूंगा:
More Stories
चल निकली है दिव्य प्रकाश गिरी की ट्रांसफर पोस्टिंग की दुकान:
ऑनलाइन लेनदेन पर अब जीएसटी 18%:
ग्रेडेशन लिस्ट में बड़ा फर्जीवाड़ा: