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अडाणी की कंपनी में डूबे एलआईसी के ढाई लाख करोड़ रुपए:

नई दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम के करोड़ों शेयरधारकों को बड़ा झटका लगा है। मिली जानकारी के मुताबिक एलआईसी द्वारा अडानी की कंपनियों के शेयर भरभरा कर ढह गए और लगभग ₹900 में खरीदे गए शेयर ₹580 के आसपास ट्रेंड करने लगा है ।

अदानी के बर्बाद शेयर खरीदने के लिए एसबीआई और एलआईसी को किसने किया मजबूर: प्रियंका गांधी

एलआईसी के शेयर डूबने की खबरों के बीच प्रियंका गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है कि पिछले एक साल में जीवन बीमा निगम (LIC) में निवेश करने वाले आम निवेशकों के 2,50,000 करोड़ रुपये डूब गए। एक साल में कंपनी का मार्केट कैप लगभग आधा हो गया है, यानी कंपनी ने अपना 50% बिजनेस गंवा दिया। अगर LIC की ऐसी हालत बनी रही तो ये अपने निवेशकों को उनका पैसा लौटाने की हालत में नहीं रह जाएगी। सवाल है कि कभी घाटे में न रहने वाली LIC की ऐसी हालत क्यों हुई?

क्योंकि LIC और SBI जैसे फायदे में चल रहे सरकारी संस्थानों को प्रधानमंत्री ने अपने मित्र के लिए दांव पर लगा दिया। इन कंपनियों को प्रधानमंत्री जी के मित्र को हुए घाटे की भरपाई के लिए मजबूर किया गया। भ्रष्टाचार करने वाली डिफाल्टर कंपनियों और डूबते बैंकों को बचाने का बोझ LIC पर डाला गया।

LIC पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा मात्र पांच करोड़ रुपये में शुरू की गई थी जो अब तक देश के विकास में तकरीबन 35 लाख करोड़ से ज्यादा का योगदान दे चुकी है। आज 30 करोड़ लोग इसके बीमाधारक हैं और तकरीबन 14 लाख लोगों को रोजगार मिलता है। देश की आम जनता, डॉक्टर, मास्टर, इंजीनियर, वर्कर, वकील, लेखपाल, अधिकारी, कर्मचारी, किसान, गरीब और मध्यवर्ग के लोगों की गाढ़ी कमाई इसमें लगी है।

जिस संस्थान को देश की आम जनता ने अपनी मेहनत की कमाई से खड़ा किया, उसे ‘मित्र के विकास’ में लगी सरकार डुबा रही है। आम लोगों ने अपने पसीने की कमाई से छोटी-छोटी बचत करके निवेश किया है, उनका पैसा और भविष्य दोनों उनसे क्यों छीना जा रहा है?

एलआईसी का मार्केट कैप करीब 2.5 लाख करोड़ रुपये घट गया है। यानी, एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगाने वालों को 2.5 लाख करोड़ रुपये का झटका लगा है। एलआईसी के शेयर 17 मई 2023 को 568.90 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहे हैं। एलआईसी में सरकार की अब भी 96.5 पर्सेंट हिस्सेदारी है।

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