सुरेश और संगीता अग्रवाल को मिली चार दुकान, सभी के एफडीआई फर्जी:
सत्य प्रकाश पांडे को मिली दो दुकान दोनों के एफडीआई फर्जी:
अपनी गर्दन फंसते देख डीईओ ने की कार्रवाई:

प्रयागराज: हरदोई जिले में फर्जी एफडीआर लगाकर लाइसेंस हासिल करने वाली सात दुकानों का लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।
जिला आबकारी अधिकारी हरदोई केपी सिंह द्वारा कमिश्नर को संबोधित पत्र में जानकारी दी गई है कि जनपद में सात देशी शराब के लाइसेंसी द्वारा प्रतिभूति के रूप में जमा की गई लगभग 1 करोड़ की फर्जी एफडीआर के मामले में यह कार्रवाई की गई है।

सवाल यह उठता है कि लाइसेंस निर्गत करने से पहले एफडीआर की जांच क्यों नही की गई। तत्कालीन डीईओ पर कार्रवाई क्यों नही हुई । सुरेश अग्रवाल को दो देशी शराब की दुकाने और दोनों को एफडीआर फर्जी साथ ही संगीता अग्रवाल जो सुरेश अग्रवाल की ही पत्नी बताई जा रही है उसे भी नीलामी में दो देशी शराब की दुकान मिली और उसका भी एफडीआर फर्जी मिला। यह संयोग है या प्रयोग। इसी तरह सत्य प्रकाश पांडे को भी देसी शराब की दो दुकान मिल गई लेकिन इन महाशय का भी एफडीआर फर्जी पाया गया है। इसके अलावा रजनीश सिंह नाम के लाइसेंसी का भी एफडीआर फर्जी मिला। कहा जा रहा है कि नीलामी में भी खेल करते हुए इन लोगों को दुकाने दी गई थी। यह दुकान कब से चल रही थी और एफडीआर कब और कैसे सवालों के घेरे में आया इसका फिलहाल कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल पा रहा है।
यहां देखना काफी दिलचस्प होगा कि अपने पर्यवेक्षणी दायित्व का निर्वहन करते हुए कमिश्नर जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई करते हैं या नहीं।
सभी लाइसेंसी दुकानों की चेक होगी एफडीआर: डीईओ हरदोई
इस संबंध में अवध भूमि न्यूज़ से बात करते हुए डीईओ हरदोई ने बताया कि सभी लाइसेंस की एफडीआर जांच कराई जाएगी। जब उनसे पूछा गया की दुकान टेंडर में मिली है या लॉटरी में तो उसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।




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