मुबारक अली समेत चार सहायक आबकारी आयुक्त इस घोटाले में शामिल:
प्रयागराज। अभी सहारनपुर में टपरी शराब घोटाला कांड की जांच चल ही रही है कि इस बीच में टपरी शराब कांड पार्ट 2 भी शुरू हो गया है। आबकारी मुख्यालय में सहायक आबकारी आयुक्त कार्मिक के रूप में तैनात मुबारक अली जिनको आबकारी मुख्यालय से 550 किलोमीटर दूर लखीमपुर खीरी स्थित गोविंद शुगर मिल डिस्टलरी में सहायक आबकारी आयुक्त के पद पर अतिरिक्त प्रभार दिया गया है एक नए खेल में शामिल हो गए हैं। पता चला है कि प्रयागराज स्थित आबकारी मुख्यालय में रहकर ही लखीमपुर खीरी स्थित गोविंद शुगर मिल डिस्टलरी से प्रत्येक निकासी की एंट्री पर फर्जी काउंटर साइन कर रहे हैं। जिससे करोड़ों रुपए मूल्य की अवैध शराब की निकासी हो रही है। आबकारी विभाग के ट्रैक और ट्रैक सिस्टम का यह नियम है कि वही गेट पास वैध माना जाएगा जिस पर निरीक्षक के अतिरिक्त सहायक आबकारी आयुक्त की भी काउंटर साइन होगी। ऐसे में यह सवाल उठना लाजिमी है कि अगर मुबारक अली आबकारी मुख्यालय में सहायक आपकारी आयुक्त कार्मिक का अपना दायित्व निभा रहे हैं तो ठीक इसी समय गोविंद शुगर मिल की डिक्शनरी से जो निकासी हो रही है उसकी एंट्री पर अपनी काउंटर साइन कैसे दर्ज कर सकते हैं। आशंका है कि बड़े पैमाने पर अवैध शराब की निकासी हो रही है और यह मुबारक अली की मिली भगत से हो रही है। इस बात की आशंका इस समय हो गई थी जब बिना शासन की मंजूरी के ही चार सहायक आबकारी आयुक्तों की प्रयागराज मुख्यालय की मूल पोस्टिंग के अलावा मुख्यालय से 400 किलोमीटर दूर डिस्टलरी में भी अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया था। शाहजहांपुर की डालमिया डिस्टलरी सीतापुर की रामकोट स्थित डिस्टलरी में भी यही खेल चल रहा है। जिन सहायक आबकारी आयुक्त की अतिरिक्त तैनाती की गई है उनकी मूल पोस्टिंग प्रयागराज स्थित मुख्यालय में है ऐसे में इन डिस्टलरी में भी करोड़ों रुपए की अवैध निकासी हो रही है।
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