अवधभूमि

हिंदी न्यूज़, हिंदी समाचार

प्रदीप दुबे के संरक्षण में चल रही थी शाहजहांपुर में 40 से ज्यादा  अवैध दुकान:

लखनऊ। जॉइंट डायरेक्टर स्टेटिक के फर्जी पद पर कार्यरत डिप्टी एक्साइज कमिश्नर वाराणसी प्रदीप दुबे का एक बड़ा कारनामा सामने आ गया है। पता चला है कि उनके संरक्षण में शाहजहांपुर में 40 से ज्यादा दुकान बिना सिक्योरिटी के चलाई जाती रही है और इस संबंध में उन्हें कमिश्नर के स्तर से बचने की पूरी कोशिश हो रही है। दुकानों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई। ठेकेदारों पर कार्रवाई हुई लेकिन तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी अपनी ऊंची रसूख के चलते कार्रवाई से कैसे बच गए इसको लेकर तरह-तरह की चर्चा है। बताया जा रहा है कि कमिश्नर का नजदीकी होने का उन्हें फायदा मिल रहा है। इस मामले में शाहजहांपुर से तिलहर के भाजपा विधायक वीर विक्रम सिंह ने शासन में शिकायत की है। उन्होंने कहा कि जिन दुकानों में सिक्योरिटी नहीं थी उसके बावजूद दुकान चली उन्हें निरस्त नहीं किया गया और तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप दुबे को भी बढ़ाने की कोशिश हो रही है। विधायक का कहना है कि तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी और ठेकेदारों के बीच साझेदारी थी इसीलिए बिना सिक्योरिटी को भी दुकान चलाने की छूट दे दी गई थी।

विधायक ने कहा है कि वह या मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में  लाएंगे और ठेकेदार से मिली भगत करने वाले अधिकारी किसी कीमत पर बक्से नहीं जाएंगे।

About Author