अवधभूमि

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बीडीओ ने डीएम और सीडीओ को भी लपेटा:

बोले: हमें रिलीव नहीं किया गया इसलिए हमने भुगतान किया:

प्रतापगढ़। अपने भ्रष्टाचार और गबन के चलते पूरे प्रदेश में सुर्खियां बटोर रहे बेलखरनाथ धाम के खंड विकास अधिकारी ने एक ही फॉर्म को 233 693 अमाउंट का 43 बार भुगतान करने पर सफाई दी है। जब अवध भूमि न्यूज ने उनसे सवाल किया की ट्रांसफर होने के बाद भी उन्होंने यह भुगतान कैसे किया तो उन्होंने कहा कि भले ही उनका ट्रांसफर हो गया था लेकिन उन्हें उच्च अधिकारियों द्वारा रिलीव नहीं किया गया था इसलिए वह तकनीकी रूप से अपने पद पर बने हुए थे और भुगतान किया। राजीव पांडे के बयान के बाद जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी की भूमिका ही सवालों के घेरे में आ गई है। राजीवपांडे के अनुसार यदि उन्हें तुरंत रिलीव कर दिया गया होता तो भुगतान करने की उन्हें नौबत नहीं आती। अवैध भुगतान के प्रकरण पर उन्होंने कहा कि उनका डोंगल अकेले नहीं लगा था। राजीव पांडे के इस बयान के बाद बेलखरनाथ धाम में फर्जी भुगतान का मामला एक बार फिर गर्म हो गया है। यह वही राजीव पांडे हैं जिनके विरुद्ध तिरंगा घोटाले मामले की सुनवाई हाई कोर्ट लखनऊ में चल रही है और 17 मार्च को फिर से सुनवाई होनी है।

अभी कुछ दिन पहले ब्लॉक परिसर में महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ अभद्रता का उनका वीडियो वायरल हुआ था।

बता दे कि 17जनवरी को ही राजीव पांडे का गैर जनपद ट्रांसफर हो गया था लेकिन रिलीव नहीं किया गया और वह लगातार अपनी नजदीकी फर्म को अवैध भुगतान करते रहे 31 जनवरी को ट्रांसफर रुक गया लेकिन 1 फरवरी को बेलखरनाथ से पट्टी ट्रांसफर होने के बाद भी लाखो का भुगतान कर दिया। यह मामला अब गले की फ़ांस बनता जा रहा है।

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