लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शराब माफियाओं का कितना वर्चस्व हो गया है इसका अंदाजा उस समय मिला जब श्रावस्ती में एक cl2 गोदाम चलने वाले लाइसेंसी ने जिले भर के देसी शराब के लाइसेंसी की बैठक बुला ली। बताया जा रहा है कि इसी व्यक्ति का श्रावस्ती और बहराइच दोनों जगह cl2 है। जो अंदर से खबर छानकर आई है उसके मुताबिक श्रावस्ती के जिला सहायक आबकारी आयुक्त घनश्याम मिश्र की आईजीएल और रेडिको खेतान से डील हो गई। डील के मुताबिक श्रावस्ती जिले में 28 डिग्री वाली मिलेट्स से बनने वाली लिकर की बिक्री पर प्रत्येक पाव पर पांच से आठ रूपए सहायक आबकारी आयुक्त को मिलना है। इसी तरह की डील रेडिको से भी हुई है। दोनों शराब कंपनियों से डील होने के बाद सहायक आबकारी आयुक्त ने यह काम अपने एक नजदीकी गोदाम संचालक को दिया इसके बाद गोदान संचालक ने देसी शराब लाइसेंसी की बैठक बुलाई और आईजीएल और रेडी को की 28 डिग्री वाली मिलेट्स से बनने वाले पव्वा की ही बिक्री करने का दबाव बना दिया। देसी शराब के लाइसेंसी दबाव में आ गए क्योंकि इसी cl2 संचालक की मात्र प्राइवेट गोदाम है और दूसरी गोदाम रेडी को खेतान की है। गोदाम को भी अपने साथ मिल लिया और इसमें सहायक आबकारी आयुक्त घनश्याम मिश्र की स्पष्ट मिली भगत दिखाई दे रही है । cl2 संचालक द्वारा देशी शराब के लाइसेंसी की मीटिंग का वीडियो वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सवाल पूछ रहे हैं कि क्या शराब माफियाओं के आगे विभाग ने सरेंडर कर दिया है।
श्रावस्ती जनपद उत्तर प्रदेश का सबसे गरीब जिला है यहां ज्यादातर मजदूर तबके के लोग रहते हैं। सरकार ने मजदूरों के हित में ही देसी शराब का दम नहीं बढ़ने दिया लेकिन सरकार के इस उद्देश्य पर विभाग के अधिकारी और शराब माफिया पानी फेरते दिखाई दे रहे हैं। जिले के सहायक आबकारी आयुक्त घनश्याम मिश्र की रेडिको खेतान से सौदेबाजी के बाद श्रावस्ती जिले में रेडिको कंपनी का देसी पव्वा झूम की बहार है। जानकारी के मुताबिक श्रावस्ती जिले में मिलेट्स से बनने वाली 28 डिग्री के देसी पव्वा की कल 35000 पेटी शराब का इंडेंट लगता है जिसमें करीब 27000 पेटी अकेले रेडिको का लगता है मतलब 85% से ज्यादा रेडिको का इंडेंट लगाने के लिए मजबूर किया जाता है। इसी तरह बहराइच में करीब 28 डिग्री की 110000 पेटी की कुल बिक्री होती है जिसमें करीब 85000 पेटी अकेले रेडी को का होता है। यहां प्रवीण कुमार और रेडीको के अलावा विकास कुमार का भी cl2 है।
वीडियो वीडियो कहां का है इसकी पुष्टि अवध भूमि नहीं करता लेकिन वीडियो जो cl2 संचालक खुलेआम 28 डिग्री मिलेट्स से बनने वाली शराब बेचने की बात कर रहा है उसका cl2 श्रावस्ती और बहराइच में प्रवीण कुमार के नाम पर है। फिलहाल श्रावस्ती में केवल मिलेट्स से बनने वाली 28 डिग्री शराब का ही इंडेंट लग रहा है जिससे वीडियो की पुष्टि हो रही है। सहायक आबकारी आयुक्त घनश्याम मिश्र की आईजीएल और रेडी को कंपनी से डील के बाद cl2 संचालक ने यह दबाव बनाया है ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या अब शराब माफिया के निर्देशन में आबकारी विभाग चलेगा। आखिर 25 डिग्री का 55 रुपए का पव्वा न बेचकर उत्तर प्रदेश के सबसे गरीब जिले श्रावस्ती में 28 डिग्री की ₹5 महंगी और ₹10 की ओवर रेटिंग के साथ महंगी शराब क्यों बेची जा रही है।
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