लखनऊ। आखिर वही हुआ जिसका अंदेशा था। चुनाव के मझधार में आरएलडी सुप्रीमो जयंत चौधरी ने भाजपा को झटका दे दिया है। सहारनपुर की रैली में जिसमें प्रधानमंत्री भी आए कार्यक्रम होने के बावजूद जयंत चौधरी नहीं आए। कहां जा रहा है कि जमीनी स्तर पर आरएलडी और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तनातनी है। भाजपा के कार्यकर्ता खुलेआम आरएलडी कार्यकर्ताओं को गद्दार बता रहे हैं तो वहीं आरएलडी कार्यकर्ता भी भाजपा के साथ कोई भी कार्यक्रम साझा नहीं कर रहे हैं। सबसे ज्यादा तनातनी मुजफ्फरनगर को लेकर है जहां संजीव बालियान और जयंत के समर्थक आमने-सामने हैं। खुलकर बयान बाजी चल रही है लेकिन जयंत किसी तरह का हस्तक्षेप नहीं कर रहे हैं इसकी शिकायत दिल्ली तक पहुंची है फिर भी जयंत चौधरी अपने समर्थकों को कोई निर्देश नहीं जारी कर रहे। तनातनी इस लेवल तक पहुंच गई है कि जयंत चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रैलियों से खुद को दूर रखने लगे हैं। सहारनपुर की रैली में जयंत चौधरी के नहीं आने के कारण भीड़ नहीं जुड़ पाई। तमाम कोशिशें के बावजूद 10 से 15000 लोग ही जमा हो पाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाटों की नाराजगी से भाजपा हलकान है ही इधर सैनी त्यागी गुर्जर और ठाकुर समाज भी भाजपा के बहिष्कार की बात कर रहा है
अखिलेश का तंज जयंत को अपमान का घूंट पीकर गठबंधन धर्म निभाना पड़ रहा है:
अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी पर बिना नाम लिए निशाना साधा है।
कल जयंत को पीएम मोदी की सहारनपुर रैली में शामिल होना था। उसका ऐलान भी हो गया था। लेकिन जयंत मंच पर नहीं दिखे। अखिलेश यादव ने लिखा। “पश्चिमी उप्र में जिस प्रकार भाजपा की घोषित संयुक्त रैली में उनके साथ गये दल भी अपनी जगह नहीं बना पा रहे हैं और उपेक्षित होकर अपमान का घूंट पीकर रह जा रहे हैं, यहाँ तक कि अपने प्रत्याशी के समर्थन में की जा रही रैली तक में वो हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं, इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि भाजपा का गठबंधन ‘गाँठबंधन’ बन चुका है और वो पश्चिमी उप्र में सामाचार भर के लिए बचा है, सच में नहीं। भाजपा पश्चिमी उप्र में हार मान चुकी है।
24 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की बोहनी ख़राब हो जाएगी क्योंकि उप्र में चुनाव पश्चिमी उप्र से ही शुरू हो रहा है। इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के आगे भाजपाइयों का गुट हथियार डाल चुका है।
सहारनपुर में आज भाजपा के खिलाफ क्षत्रिय महापंचायत
सहारनपुर में आज BJP के खिलाफ क्षत्रियों ने महापंचायत बुलाई.
देशभर में 80 ठाकुरों के टिकट कटने की नाराजगी थी. फैसला लिया है कि वोट उस पार्टी को देंगे, जो BJP को हराएगी. ऐसी ही पंचायत 16 अप्रैल को मेरठ में बुलाई है…
सहारनपुर के अतिरिक्त पश्चिम यूपी में शामली के ननौता में भी हुई राजपूत समाज की पंचायत.
पंचायत में भाजपा के खिलाफ़ मतदान या चुनावी बहिष्कार पर फ़ैसला लेने की हुई चर्चा.
दरअसल भाजपा में ठाकुरों की अनदेखी विशेषकर गाज़ियाबाद से वीके सिंह के टिकट कटने से समाज विमुख है.
सैनी, त्यागी समाज में भी ऐसी ही बैठकों का दौर जारी है…
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