अवधभूमि

हिंदी न्यूज़, हिंदी समाचार

महादेव बेटिंग ऐप केस: सोशल मीडिया पर तूफान, टीवी की चुप्पी पर सवाल


महादेव बेटिंग ऐप केस: सोशल मीडिया पर तूफान, टीवी की चुप्पी पर सवाल

पिछले 48 घंटों से सोशल मीडिया पर महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप मामले से जुड़े कुछ बड़े नाम जबरदस्त तरीके से ट्रेंड कर रहे हैं। PMO, लॉ कमीशन और प्रसार भारती से जुड़े तीन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम सामने आने के बाद इंटरनेट पर लगातार सवाल उठ रहे हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि टीवी मीडिया इस पूरे घटनाक्रम पर लगभग खामोश नजर आ रहा है।

क्या है महादेव बेटिंग ऐप मामला?
महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) और अन्य जांच एजेंसियों की जांच पहले से जारी है। जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क दुबई से संचालित होता था और इससे जुड़े लेन-देन हजारों करोड़ रुपये के बताए जा रहे हैं। ऐप प्रमोशन से लेकर हवाला के ज़रिए पैसे के लेन-देन, सेलेब्रिटी इवेंट्स तक फंडिंग जैसे आरोप पहले ही सामने आ चुके हैं।

अब किन नामों को लेकर हो रही है चर्चा?
सोशल मीडिया पर जिन तीन नामों को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, वे हैं —

  1. हिरेन जोशी (PMO से जुड़े अधिकारी)
  2. हितेश जैन (लॉ कमीशन के सदस्य)
  3. नवनीत सहगल (प्रसार भारती से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी)

इन नामों को लेकर अलग-अलग स्तर पर सोशल मीडिया पर दावे, दस्तावेज़ और कथित चैट्स वायरल होने की बातें कही जा रही हैं। हालांकि अभी तक किसी जांच एजेंसी की ओर से इन दावों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

अचानक इस्तीफों ने बढ़ाई हलचल
तीनों पदों से हाल के दिनों में हुए इस्तीफों को लेकर भी सोशल मीडिया पर तरह-तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ संयोग है या इसके पीछे कोई बड़ी वजह है।

टीवी चैनलों की चुप्पी क्यों?
सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब सोशल मीडिया पर यह मामला लगातार ट्रेंड कर रहा है, तो बड़े राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल इस पर खुलकर रिपोर्टिंग क्यों नहीं कर रहे? क्या यह संपादकीय निर्णय है या किसी दबाव का नतीजा?

विपक्ष ने भी उठाए सवाल
विपक्षी नेताओं ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष और स्वतंत्र जांच की मांग करते हुए कहा है कि इतने बड़े ऑनलाइन सट्टेबाजी नेटवर्क के तार यदि सत्ता और संस्थानों से जुड़ते हैं तो यह देश की सुरक्षा और व्यवस्था के लिए गंभीर चिंता का विषय है।

महत्वपूर्ण नोट:
यह खबर सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं, दावों और सार्वजनिक बयानों पर आधारित है। किसी भी आरोप की आधिकारिक पुष्टि जांच एजेंसियों द्वारा अब तक सार्वजनिक रूप से नहीं की गई है।

सवाल वही है —
अगर सब कुछ सिर्फ अफवाह है, तो इतनी हलचल क्यों?
अगर कुछ सच है, तो जांच और जवाबदेही कहां है?

MahadevBettingApp
महादेव_बेटिंग_कांड
PMO
PrasarBharati
HirenJoshi
MediaSilence
CBI_Investigation
BreakingNews


About Author