नई दिल्ली। अमेरिका के एक खोजी पत्रकार और उसके ग्रुप ने अदानी के एक और बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है।
मोडानी घोटाले में नया खुलासा, यह है कि इस महाघोटाले में SEBI की भी मिलीभगत है।
रेवेन्यू इंटेलिजेंस ने SEBI को 2014 में ही इंसाइडर ट्रेडिंग के सबूत दिये थे बावजूद इसके सेबी में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की थी।
– सरकार, ईडी, सेबी और अडानीसेवी ने मिलकर अरबों का घोटाला किया है।
द गार्डियन और फाइनेंशियल टाइम्स ने इस संबंध में विस्तार से रिपोर्ट छापी है।
अडानी ग्रुप इनसाइडर ट्रेडिंग और स्टॉक मार्केट मैनिपुलेशन में लिप्त था।
मोडानी घोटाले का सार ये है कि अडानी के भाई ने मॉरीशस और UAE जैसे देशों में दर्जनों शेल कंपनियाँ बनाईं
ये शेल कंपनियाँ अडानी की कंपनियों से लिंक थीं।
चीनी एजेंट- Chang Ching Ling और दुबई के एजेंट- Nasser Ali Shaban Ahli के ज़रिये अडानी फर्जी कंपनियों से निवेश कराते थे।
इस तरह ब्लैक-मनी और हवाला का पैसा अडानी की कंपनियों में लगाया गया। अरबों का कालाधन पार किया गया।
सेबी को भी 2014 से इसकी जानकारी है। लेकिन
अडानीसेवक ने आँच नहीं आने दी।
वे अब भी जाँच नहीं होने दे रहे हैं।
नौ साल से पूरे देश की मशीनरी और देश की सरकार एक भ्रष्ट पूँजीपति की सेवा में लगी है।
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