सुशांत गोल्फ सिटी में अवंटियों ने दर्ज कराई एफआईआर:

, लखनऊ: अंसल प्रॉपर्टीज ऐंड इंफ्रास्ट्रक्चर के खिलाफ एफआईआर का सिलसिला तेज हो गया है। तमाम निवेशक और आवंटी तहरीर लेकर थानों में पहुंचने लगे हैं। सुशांत गोल्फ सिटी और हजरतगंज पुलिस स्टेशन में अंसल के खिलाफ सात और एफआईआर दर्ज की गई हैं। हर एफआईआर में निवेशकों की ओर से जमा करवाई गई रकम भले अलग है, लेकिन अंसल डिवेलपर के खिलाफ प्लॉट के नाम पर धोखा देने के आरोप एक जैसे ही हैं।
सुशांत गोल्फ सिटी स्थित एमार गोमती ग्रींस में रहने वाले अनुपम अग्रवाल का आरोप है कि अंसल प्रॉपर्टीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के चेयरमैन सुशील अंसल, प्रणव अंसल, राजेश राव, विनय तिवारी, मनोज कपूर, प्रशांत कुमार समेत अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों ने 1528.22 वर्ग मीटर के प्लॉट के लिए सितंबर 2022 में एग्रीमेंट किया। इसके बाद अनुपन ने करीब 2.32 करोड़ रुपये जमा किए। स्टांप ड्यूटी के भी 4.65 लाख रुपये दिए।
दिसंबर 2022 में रजिस्ट्री के लिए संपर्क किया तो कंपनी के अधिकारियों ने दो करोड़ रुपये और मांगे। मना करने पर साथ अभद्रता की और फर्जी मामले में फंसाने की धमकी दी। रुपये वापस मांगने पर कहा कि 20 लाख रुपये की कटौती होगी। फिर करीब 1.32 करोड़ का चेक दिया, लेकिन इसका भुगतान नहीं हुआ। इस बीच एग्रीमेंट वाली जगह पर छह प्लॉट काटकर दूसरे को बेच दिए।
14 साल बाद भी नहीं मिला कब्जा
अलीगंज सेक्टर-एच निवासी पुष्पलता बाजपेई ने साल 2011 में एक प्लॉट बुक करवाया था। इसके लिए करीब 13.21 लाख जमा किए, लेकिन 14 साल बाद भी प्लॉट का कब्जा नहीं मिला है।
प्लॉट मिला न रकम
सुशांत गोल्फ सिटी स्थित ओमैक्स सिटी में रहने वाले कैलाश चंद्र ने एक प्लॉट बुक करवाया था। प्लॉट के लिए करोड़ों रुपये दिए, लेकिन न तो जमीन मिली और न ही रुपये वापस मिले।
रुपये मांगने पर दी धमकी
आशियाना सेक्टर-के निवासी वीना चंदानी ने बताया कि साल 2011 में अंसल में प्लॉट बुक करवाया था। इसके लिए करीब 16.63 लाख जमा किए। डिवेलपर ने साल 2015 में रजिस्ट्री करने का वादा किया, लेकिन इसके बाद भी प्लॉट नहीं दिया। वीना ने रुपये वापस मांगे तो उन्हें शांत रहने की धमकी दी गई।
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