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हरियाणा में 65 से 70 सीटें जीत सकती है कांग्रेस:

चंडीगढ़। हरियाणा में अगली सरकार को लेकर विभिन्न सर्वे एजेंसियां सक्रिय हो गई है। इसी क्रम में अवध भूमि न्यूज ने हरियाणा के विभिन्न अंचलों से जो फीडबैक प्राप्त किया है उसके अनुसार आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कम से कम 65 और अधिक से अधिक 70 सीट जीत सकती है। अनुमान के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी 20 सीटों तक सिमट सकती है।

लोकसभा चुनाव में कांग्रेस जहां 52 सीटों पर आगे की वही विधानसभा चुनाव के सर्वे में 65 से 70 सीटों पर आगे रह सकती है। भारतीय जनता पार्टी का गढ़ कहे जाने वाले अहिरवाड़ा क्षेत्र में उसे बड़ा डेंट लग सकता है यहां कांग्रेस इस बार बराबरी की टक्कर दे सकती है और कुछ सीट भारतीय जनता पार्टी से छीन सकती है। सर्वे में साफ दिख रहा है कि दलित वोट भारतीय जनता पार्टी से पूरी तरह छिटक गया है और जाट वोट कांग्रेस के पक्ष में लामबंद होता दिखाई दे रहा है। पिछड़ी जातियों में भी बीजेपी के लिए कोई अच्छी खबर नहीं है। यहां पर सैनी मतदाताओं में भाजपा के लिए थोड़ा बहुत उत्साह दिखाई दे रहा है जबकि अन्य पिछड़े वर्ग के मतदाताओं में भाजपा के लिए कोई जोश नजर नहीं आ रहा। सर्वे में यह भी दिखाई दे रहा है कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों के खिलाफ लोगों में गहरी नाराजगी है। कर्मचारियों में 90% तक लोग सरकार से नाराज बताए जा रहे हैं। अग्नि वीर योजना को लेकर कोई भी युवा भाजपा को पसंद नहीं कर रहा है। महिलाओं में भी नाराजगी साफ दिखाई दे रही है। इस वर्ग में भी बेरोजगारी और महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा है और ज्यादातर महिलाएं इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार बता रही है। सामान्य जातियों की बात करें तो ब्राह्मण भी इस बार बीजेपी से नाराज दिखाई दे रहे हैं। मनोहर खट्टर को हटाए जाने के बाद ब्राह्मणों को लगता है कि बीजेपी में अब उनकी अनदेखी शुरू हो गई है। छतरिया मतदाता पहले से ही राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से नाराज हैं। व्यापारी वर्ग प्रदेश में कानून व्यवस्था और गुंडागर्दी को लेकर भाजपा सरकार से बेहद नाराज है। अवध भूमि न्यूज ने व्यापारियों में सबसे बेहतर मुख्यमंत्री के बारे में बात की तो ज्यादातर व्यापारी भूपेंद्र हुड्डा को कानून व्यवस्था की दृष्टि से सबसे बेहतर मुख्यमंत्री के तौर पर देख रहे हैं। कानून व्यवस्था के लिहाज से नायब सैनी को सबसे खराब मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा है।

आप्रसांगिक हुए दुष्यंत चौटाला:

पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सीट जीत कर हरियाणा की राजनीति में किंग मेकर बने जननायक जनता पार्टी के दुष्यंत सिंह चौटाला अपनी राजनीतिक जमीन पूरी तरह गवा चुके हैं । हरियाणा के उत्तरी दक्षिणी मध्य सभी क्षेत्रों में इस पार्टी का कोई नाम लेवा नहीं बचा है। कमोबेश यही हाल इनेलो और मायावती के गठबंधन का भी है लोग इस गठबंधन को भी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं ऐसी स्थिति में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में ही सीधा मुकाबला है इस मुकाबले से भाजपा बचाना चाहती है लेकिन फिलहाल उसकी कोई रास्ता नहीं दिख रहा है।

कुल मिलाकर जबकि चुनाव में कुछ ही समय बचा है व्यापारी मजदूर किसान जाटों के नेतृत्व में बीजेपी सरकार से बेहद नाराज हैं ऐसी स्थिति में कहा जा सकता है कि आने वाले चुनाव में भाजपा को अपनी सरकार बचाने के लिए नाको चने चबाने पड़ेंगे।

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