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आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के बिना स्वस्थ्य नही होगा भारत: राज्यसभा में प्रमोद तिवारी ने आयुष्मान भारत मे आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सको का मांगा विवरण

लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने मंगलवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य योजनाओं की मजबूती से जुड़ा एक अहम सवाल केंद्र सरकार से दागा। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने राज्यसभा में स्वास्थ्य योजनाओं से जुडे सवाल के तहत सरकार से पूछा कि इस समय बेहतर स्वास्थ्य सेवा संचालन के लिए अगर मौजूदा मोदी सरकार गंभीर है तो वह देश को बताये कि इस समय देश में केन्द्रीय स्वास्थ्य क्षेत्र के ढांचे की स्थिति क्या है? उन्होनें सरकार से पूछा कि वह बताये कि देश में कितने डाक्टर व फार्मासिस्ट तथा पैरामेडिकल स्टाफ आवश्यकता के तहत उपलब्ध हैं। वहीं श्री तिवारी ने सरकार से उठाए गए सवाल में यह भी जानकारी चाही कि जनहित में सरकार बताये कि डॉक्टर्स तथा फार्मासिस्ट व पैरामेडिकल स्टाप की आवश्यकता का यह अन्तर क्या है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने सरकार से यह भी पूछा कि क्या स्वास्थ्य क्षेत्र में इस महत्वपूर्ण अंतर को दूर करने के लिए केन्द्र सरकार कोई ठोस नीति या व्यापक प्रयास कर रही है। उन्होनें सरकार से अपने सवाल मे यह भी पूछा कि वह सदन को बताये कि क्या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में आयुर्वेद और नेचुरूपैथी को शामिल किया जाएगा और प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सबको लाभान्वित करने के लिए आयुर्वेद और नेचुरूपैथी को लेकर सरकारी नीति स्पष्ट की जानी चाहिए। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ के निर्देश पर केन्द्रीय आयुष मंत्री डा. मुंजापारा महेन्द्र भाई ने राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी की वरिष्ठता का हवाला देते हुए स्वास्थ्य योजनाओं से जुड़े इस सवाल की खुली सराहना भी की। केन्द्रीय आयुष मंत्री डा. मुंजापारा महेन्द्र भाई ने वरिष्ठ सांसद प्रमोद तिवारी के लोकहित के इस सवाल का सदन में जबाब देते हुए आंकड़ो के आधार पर सरकार के द्वारा जारी लगातार प्रयासो की जानकारियंा प्रदान की। केन्द्रीय मंत्री के जबाब के बाद भी स्वास्थ्य क्षेत्र के इस महत्वपूर्ण सवाल को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने प्रमोद तिवारी को सवाल से जुडे प्रतिप्रश्न का भी मौका दिया। इस पर राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने अपना अभिमत स्पष्ट करते हुए कहा कि वह स्वास्थ्य क्षेत्र की मजबूती के लिए आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा तथा योगा का भरपूर समर्थन करते हैं। वहीं उन्होनें सरकार से कहा कि वह केन्द्रीय स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए नीतिगत मंतव्य स्पष्ट करें। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्र्रकाश शुक्ल के हवाले से जानकारी में यह भी कहा गया है कि स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर जुड़े इस महत्वपूर्ण सवाल को लेकर राज्यसभा में अधिकांश सदस्यों ने मेजें थपथपा कर प्रमोद तिवारी का गर्मजोशी से समर्थन भी जताया।

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