नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी से गठबंधन की तैयारी कर रही भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी को तगड़ा झटका लगा है। आज तड़के आंध्र प्रदेश की सीआईडी ने करोड़ों रुपए के घोटाले के आरोप में पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के सुप्रीम कोर्ट चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार कर लिया है।
झटका चंद्रबाबू नायडू को भी लगा है उन्हें लगता था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दोस्ती करने के बाद जगन मोहन रेड्डी उन पर हाथ डालने से डरेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ । अंतिम चरण में गठबंधन की तैयारी कर रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जगनमोहन रेड्डी के इस कदम की आशंका नहीं थी।
अपनी गिरफ्तारी को लेकर चंद्रबाबू नायडू ने बयान जारी करते हुए कहा, ‘मैं लोगों और कार्यकर्ताओं दोनों से अनुरोध कर रहा हूं कि मैंने आज कुछ भी गलत नहीं किया है. लेकिन कल रात अधिकारी यहां आए और उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों को बहुत असहज और भयभीत कर दिया. किसी मामले का हवाला देकर और बिना कोई सबूत दिखाए, आज वे मुझे गिरफ्तार करने के लिए राज्य में आए हैं. मैंने उनसे पूछा कि वे मुझे किस आधार पर गिरफ्तार कर रहे हैं, कोई आधार दिखाओ. अब वे यहां एफआईआर लेकर आए हैं. एक एफआईआर जिसमें मेरी भूमिका या किसी अन्य विवरण का कोई उल्लेख नहीं है. यह देखकर बहुत दुख हुआ, यह गलत है.’
चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट स्कैम (एपीएसएसडीएस) मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है. इस घोटाले में सैकड़ों करोड़ रुपये के गबन का आरोप है. 2016 में टीडीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान बेरोजगार युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके सशक्त बनाने के उद्देश्य से एपीएसएसडीसी की स्थापना की गई थी.
के आंध्र प्रदेश सीईडी की तरफ से दर्ज एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत कथित घोटाले की जांच कर रहा है. आरोप है कि मेसर्स डीटीएसपीएल, इसके निदेश और अन्य ने शेल कंपनी की मदद से बहुस्तरीय लेनदेन कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया है।
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