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शराब कारोबारियों ने खोली घटिया डिजिटल अल्कोहल मीटर की पोल: कहा 42.8 स्ट्रैंथ की किसी भी शराब की नहीं बता पा रही सही रीडिंग

लखनऊ। पूर्व प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी और कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी का एक और पाप सरेआम हुआ है। एंटन पार कंपनी से नियम और कानून ताक पर रखकर जो डिजिटल अल्कोहल मीटर खरीदा गया था गुणवत्ता की दृष्टि से उसे कबाड़ बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि ऑस्ट्रेलिया कनाडा और रूस में जिस डिवाइस को विफल और बेकार मानकर रिजेक्ट कर दिया गया उसी डिवाइस को स्क्रैप के रूप में एंटन पार कंपनी ने खरीदा और पूर्व प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी तथा वर्तमान कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी के साथ एक सौदेबाजी करके डिस्टलरी गोदाम और लाइसेंसी को जबरन खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है। विभागीय निरीक्षक और अधिकारी इस बात को लेकर परेशान हैं कि यह डिवाइस अपेक्षित परिणाम नहीं दे पा रही है।

तकनीकी अधिकारी सभा जीत बर्मा की भूमिका संदिग्ध

एंटन पार कंपनी का मालिक तकनीकी अधिकारी सभा जीत बर्मा का खास बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि प्रमुख सचिव और कमिश्नर से सेटिंग सभाजीत वर्मा ने ही कराई है। इस घटिया डिवाइस की आपूर्ति के लिए मंजूरी देने के बदले करोड़ों का खेल हुआ है।

पीओएस मशीन के खिलाफ प्रदेशभर के शराब कारोबारियों ने खोला मोर्चा

जिस तरह डिजिटल अल्कोहल मीटर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं पीओएस मशीन को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पीओएस मशीन ओएसिस द्वारा आपूर्ति की गई है। यह वही डिवाइस है जिसके घटिया परिणाम को देखते हुए वर्तमान प्रमुख सचिव बीना कुमारी मीणा ने खाद्य रसद में अपनी तैनाती के दौरान प्रयोग पर रोक लगा दी थी और ब्लैक लिस्ट कर दिया था। ऐसे में यह सवाल उठना लाजमी है कि 1 विभाग में जो डिवाइस घटिया गुणवत्ता के चलते उपयोग पर रोक लगा दी जाती है और कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाता है आखिर वाक्य सेटिंग के तहत उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग में आपूर्ति का टेंडर पाने में सफल हो जाता है।

प्रदेश भर के शराब कारोबारियों ने कमिश्नर सेंट्रल पांडियन सी से मिलकर ओएसिस की डिवाइस की गुणवत्ता को लेकर उसकी लेकर गंभीर सवाल उठाया उस पर कार्रवाई करने के बजाय उसी डिवाइस को उपयोग में लाने के लिए जबरदस्ती दबाव बनाया जा रहा है जो भी अनुज्ञापी या अधिकारी इस डिवाइस को लेकर सवाल खड़ा कर रहा है उसे कमिश्नर और एडिशनल कमिश्नर द्वारा सस्पेंड और टर्मिनेट करने की भी धमकी दी जा रही है।

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