लॉकडाउन में भी खुली दुकान और बिकी लाखों की शराब:
डीएम के आदेश के बावजूद दुकानों पर नहीं की कार्रवाई:
डिस्पैच रजिस्टर में जानबूझकर छोड़ दिया गया था खाली जगह:
बैक डेट में कार्रवाई का खेल:
प्रयागराज। वर्तमान में डिप्टी एक्साइज कमिश्नर बरेली एसपी सिंह के एक से बढ़कर एक कर्म में सामने आ रहे हैं। सहारनपुर में इनके जिला आबकारी अधिकारी रहते हुए जहरीली शराब कांड हुआ जिस पर विभागीय कार्रवाई भी हुई लेकिन तत्कालीन प्रमुख सचिव से सेटिंग के चलते बड़ी कार्रवाई से बच गए। बरेली में ओवर रेटिंग करने वालों के संरक्षक के रूप में पूरे विभाग में जाने जाते हैं।
इस बीच सोनभद्र में कोरोना काल के दौरान जब पूरे देश में लॉकडाउन था उस समय सोनभद्र में दुकान खुली थी और शराब बिक रही थी। शिकायत तत्कालीन जिलाधिकारी के पास गई उन्होंने घोरावल तहसील के एसडीएम को मामले की जांच सौंपी। एसडीएम ने अपनी जांच आख्या जिला अधिकारी को दी जिसमें जनपद की तमाम दुकानों में स्टॉक में कमी पाई गई और साबित हुआ कि दुकान खुली थी और बिक्री हो रही थी। इस पर जिलाधिकारी ने तत्कालीन जिला आबकारी अधिकारी एसपी सिंह को आदेश का उल्लंघन करने वाली दुकानों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। कहा जा रहा है कि दुकानों पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिलाधिकारी ने कोविड एक्ट का उल्लंघन करने वाली दुकानों की सूची जिला आबकारी अधिकारी को भेजी थी लेकिन एसपी सिंह ने दुकानों से वसूली करके कोई कार्रवाई नहीं की।
डिस्पैच रजिस्टर में क्यों छोड़ा गया खाली जगह:
यह अपने आप में बड़ा रहस्यमय है कि एसपी सिंह के कार्यकाल में विभाग के डिस्पैच रजिस्टर में खाली स्थान छोड़ दिया जाता था माना जा रहा है कि ऐसा इसलिए किया जाता था ताकि इंस्पेक्टर और अन्य कर्मचारियों पर कार्यवाही की धमकी दी जाती थी और जब बात बन जाती थी तो कोई कार्रवाई नहीं होती थी। फिलहाल डिस्पैच रजिस्टर में खाली स्थान क्यों छोड़ा गया इसकी जांच होने पर ही सच्चाई सामने आ पाएगी।
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