लखनऊ। आकण्ठ भ्रष्टाचार में डूबे वरिष्ठ आईएएस और आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी कि आखिरकार महकमें से विदाई हो ही गई। मिली जानकारी के मुताबिक उनकी तैनाती विश्व व्यापार संगठन में भारत के स्थाई प्रतिनिधि के रूप में की गई है।
आबकारी महक में अपनी तैनाती के दौरान उन्होंने कई कारनामे किए जिसमें फर्जी पोर्टल बनाकर ट्रांसफर पोस्टिंग का कारनामा सुर्खियों में रहा। आबकारी विभाग में वह शराब कारोबारी रेडिको ग्रुप के बेहद करीबी रहे और उसे टैक्स चोरी करने में भी मदद की।
फिलहाल सेंथिल पांडियन सी की विदाई से आबकारी महकमें ने राहत की सांस ली है। प्रमुख सचिव आबकारी वीणा कुमारी मीणा जहां नियमानुसार और ईमानदारी से विभागीय गतिविधियों को संचालित करने पर जोर देती रही वही कमिश्नर अपनी स्वेच्छा चरित्र और मनमानी के लिए प्रख्यात रहा। सेंथिल पांडियन सी अवैध और अनुचित रूप से शराब कारोबारी को फायदा पहुंचाने के लिए चर्चा में रहे। सेंथिल पांडियन सी पर उत्तर प्रदेश में शराब तस्करी करवाने का भी आरोप है।
सेंथिल पांडियन सी के जाने के बाद फर्जी जॉइंट डायरेक्टर स्टैटिक जोगिंदर सिंह पर भी गाज गिरने वाली है।
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