अवधभूमि

हिंदी न्यूज़, हिंदी समाचार

पांडियन सी नहीं चाहते ओवर रेटिंग और डाइल्यूशन पर हो करवाई: वीडियो कांफ्रेंस में प्रवर्तन को कार्रवाई करने से रोका: विभाग में तरह-तरह की चर्चाएं

लखनऊ। एक तरफ आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी प्रदेश में किसी भी तरह की ओवर रेटिंग और डाइल्यूशन रोकने के लिए लगातार निर्देश जारी करते रहते हैं वहीं दूसरी ओर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ओवर रेटिंग और डाइल्यूशन पर कार्रवाई करने वाले प्रवर्तन दल पर इस बात का दबाव बनाते हैं कि वह लाइसेंसी दुकान पर ना जाएं ओवर रेटिंग ना चेक करें और डाइल्यूशन संबंधी मामले ना देखें।

कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी के इस रवैया को लेकर विभाग में बड़ी भ्रम की स्थिति है। लोग इस बात को लेकर हैरान है कि आखिर कमिश्नर प्रवर्तन दल को उसका काम करने से क्यों रोक रहे हैं। क्या वह वाकई ओवर रेटिंग और डाइल्यूशन को लेकर गंभीर नहीं है। इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। कहा तो यहां तक जा रहा है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एक बड़े शराब कारोबारी को इससे भारी नुकसान हो रहा है और कमिश्नर उसके बेहद करीबी हैं।

अभी हाल ही में इस कंपनी पर 1078 करोड रुपए की टैक्स चोरी का आरोप लगा है।

किसके इशारे हो रही रिटायर्ड तकनीकी अधिकारी की तैनाती

इस बीच एक और बड़ी खबर आ रही है जिसमें कहा गया है कि लोकायुक्त की जांच में भ्रष्टाचार के गंभीर मामले में फंसे पूर्व अवकाश प्राप्त तकनीकी अधिकारी सभाजीत वर्मा को एक बार फिर बतौर सलाहकार विभाग में तैनात करने की तैयारी चल रही है। लोकायुक्त जांच में सभाजीत वर्मा ने स्वीकार किया है कि उनके पास 1 किलो से ज्यादा सोना है जो उन्हें उनकी शादी में मिला था लेकिन उन्होंने अपनी विभाग में जो चल अचल संपत्ति का विवरण दिया है उसमें इसका कोई उल्लेख नहीं है।

कमिश्नर पंङिांसी ने दिलवाई थी क्लीन चिट

दरअसल सेंथिल पांडियन सी जिन पर आरोप है कि वह रेडी को कंपनी के लिए काम करते हैं और उसकी एक मशहूर ब्रांड रामपुर का सार्वजनिक रूप से प्रमोशन कर चुके हैं तथा एक कार्यक्रम के दौरान डिस्टलरी के ही एक सर्किट हाउस में रुके थे। हाल ही में रेडिको कंपनी पर 1078 करोड रुपए की टैक्स चोरी का कैग ने आरोप लगाया है जिसमें वर्तमान कमिश्नर की भी भूमिका सवालों के घेरे में है। कहां जा रहा है कि इसी कंपनी के सिफारिश पर पूर्व दागी तकनीकी अधिकारी को तैनात करने की तैयारी की जा रही है।

About Author