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अजमेर। अजमेर शरीफ दरगाह एकता की मिसाल है और हिंदुस्तान की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक परंपरा की निशानी है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाने के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा को चादर सौंपी है. इस चादर को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर चढ़ाया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल अजमेर शरीफ दरगाह पर इसी तरह उर्स के मौके पर चादर भेंट करते हैं. हर साल की तरह इस बार भी मोदी ने ख्वाजा की दरगाह पर दुआओं की चादर भेजी है।
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बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के सदस्य इस चादर को 13 जनवरी को दोपहर अजमेर शरीफ में दरगाह पर चढ़ाएंगे. पीएम मोदी ने अल्पसंख्यक मोर्चा के जिन सदस्यों को चादर सौंपी है, उनके नाम हैं- अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तरीक मंसूर. उनके साथ कई और मुस्लिम नेता भी इस दौरान शामिल होंगे.
अजमेर शरीफ दरगाह एकता की मिसाल है और हिंदुस्तान की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक परंपरा की निशानी है.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अजमेर शरीफ दरगाह पर चढ़ाने के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा को चादर सौंपी है. इस चादर को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के मौके पर चढ़ाया जायेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल अजमेर शरीफ दरगाह पर इसी तरह उर्स के मौके पर चादर भेंट करते हैं. हर साल की तरह इस साल भी उनकी भेंट की गई चादर को दरगाह पर चढ़ाया
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