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अखंड भारत के लिए बलिदान हुए श्यामा प्रसाद मुखर्जी: जिला अध्यक्ष आशीष श्रीवास्तव

प्रतापगढ़। मानवता के उपासक, प्रखर राष्ट्रवादी विचारक, महान शिक्षाविद, जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की स्मृति में भाजपा प्रतापगढ़ द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य अथिति सदस्य विधान परिषद इं अवनीश सिंह, जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव सहित पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने मुखर्जी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने विचार रखे। अध्यक्षता करते हुए जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि डॉ श्‍यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्‍म 6 जुलाई, 1901 को बंगाल के कलकत्ता में हुआ था। आजादी के बाद संविधान के लागू होने के बाद तत्कालीन कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार ने संविधान में धारा 370 जोड़कर राष्ट्रीय अखंडता को गंभीर चोट पहुंचाने का प्रयास किया था। तत्कालीन सरकार की इन्हीं मंशाओं को ध्यान में रखते हुए उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में देश की सेवा कर रहे डॉ मुखर्जी ने अपना पद त्याग दिया और देश की प्रतिष्ठा और अखंड़ता के लिए कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए एक व्यापक आंदोलन शुरू किया।उन्होंने एक नई पार्टी बनायी जो उस समय विरोधी पक्ष के रूप में सबसे बड़ा दल था। अक्टूबर, 1951 में भारतीय जनसंघ का उद्भव हुआ। जिला अध्यक्ष ने आगे बताया कि भारतीय जनसंघ के हजारों कार्यकर्ताओं के साथ कश्मीर सत्याग्रह के लिए उन्होंने जो अभियान शुरू किया, इसके लिए उन्हें अपने प्राणों को त्यागना पड़ा। मुख्य अथिति इं अवनीश सिंह पटेल ने बताया कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने ही कश्मीर को लेकर एक नारा दिया था,“नहीं चलेगा एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान”। प्रधानमंत्री मोदी ने कश्मीर में धारा 370 को समाप्त करके मुखर्जी जी के सपने को साकार किया और उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रमुख रूप से जिला महामंत्री राजेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अशोक सरोज, पूर्व जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश त्रिपाठी, राम लखन प्रजापति, दिनेश दिन्नु, आलोक सिंह, अंकित तिवारी आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष भूपेश त्रिपाठी ने किया। उक्त जानकारी जिला सह मीडिया प्रभारी देवेश त्रिपाठी ने दी।

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