
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सबसे पुरानी डिस्टलरी सर शादी लाल ग्रुप पर करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी का गंभीर आरोप लगा है। सरसादी लाल ग्रुप पर आरोप लगा है कि उसने इंडेंट लगाने वाले cl2 और fl2 लाइसेंसी से करोड़ों रुपए टीसीएस के रूप में वसूले लेकिन इनकम टैक्स में नहीं जमा कराएं जिसकी वजह से देसी व विदेशी मदिरा के थोक लाइसेंसियों का करोड़ों रुपया रिफंड नहीं मिल पा रहा है।
आगरा के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित यूनिक वाइंस ने सर शादी लाल ग्रुप के डायरेक्टर गोविंद स्वरूप को पत्र लिखकर शिकायत किया है कि उन्होंने TCS के रूप में 4559017 रुपया जमा किया लेकिन यह धनराशि अभी तक इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को नहीं दी गई। लाइसेंसी यूनिक वाइंस ने अपने पत्र में चेतावनी दी है कि वाह जमा कराए गए टीसीएस संबंधी लाल ग्रुप के लेजर को दस्तावेजी साक्ष्य के रूप में आयकर विभाग को सौंपने को विवश होगा।

एक अन्य cl2 लाइसेंसी जिसका लाइसेंस नंबर 56801ने सर शादीलाल ग्रुप को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि 45 करोड़ 7लाख 58962 रुपए मूल्य का माल बेचकर टीसीएस के रूप में 4462 952 डिस्टलरी के रूप में जमा कराया लेकिन यह रकम इनकम टेक्स डिपार्टमेंट तक नहीं पहुंचा परिणाम स्वरूप लाइसेंसी को उसका रिफंड नहीं मिल पा रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक पूरे प्रदेश में इसी प्रकार सर शादीलाल ग्रुप ने देसी और विदेशी मदिरा के थोक कारोबारियों से लगभग ₹50 करोड़ रुपए टीसीएस के रूप में जमा करा लिया और उसे हड़प लिया।
हैरानी की बात यह है कि इनकम टैक्स को जानकारी होने के बावजूद भी आरोपों की कोई जांच नहीं हो रही है।
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