लखनऊ। आबकारी विभाग में ट्रांसफर पोस्टिंग में जमकर धांधली हो रही है। एक तरफ जहां मानव संपदा पोर्टल पर विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की सर्विस बुक अपडेट नहीं है वहीं दूसरी ओर लाखों रुपए की वसूली कर मनचाही पोस्टिंग दी जा रही है।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है पता चला है कि उप आबकारी आयुक्त मंडल कार्यालय मुंडेरा प्रयागराज में तैनात वरिष्ठ सहायक अमित अग्रवाल जोकिं सेक्रेटरी भूसरेड्डी का काफी करीबी बताया जाता है उसने दावा किया है कि सेक्रेटरी साहब की कृपा से जल्द ही वह मुख्यालय स्थित नियुक्ति और कार्मिक विभाग में पोस्टिंग करा लेगा। सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि डिप्टी कार्यालय मुंडेरा से मर्म कोड गंज स्थित प्रयागराज कार्यालय की दूरी मात्र 12 किलोमीटर है फिर ऐसे में मुख्यालय में तैनात वरिष्ठ सहायक देवेश श्रुति को अमित अग्रवाल ने ऐसा क्या प्रलोभन दिया कि वह अमित अग्रवाल की जगह मुंडेरा में पोस्टिंग के लिए तैयार हो गया। अमित अग्रवाल मुंडेरा में रहकर भी अपने परिवार की अच्छी तरह देखभाल कर सकता था फिर वहां मुख्यालय में किस सौदेबाजी के तहत तैनात किया जा रहा है। क्या उसके लिए कोई बड़ी डील हुई है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन एक ही जनपद में मात्र 12 किलोमीटर दूरी पर इस तरह नियम विरुद्ध mutual ट्रांसफर चर्चा का विषय बना हुआ है। अमित अग्रवाल काफी दिनों से अपनी मनचाही पोस्टिंग के लिए प्रयासरत था लेकिन नियम विरुद्ध उसके इस प्रयास को एडिशनल कमिश्नर और कमिश्नर ने स्वीकार नहीं किया था लेकिन अब कहा जा रहा है कि सेक्रेटरी संजय भूसरेड्डी ने उस पर कृपा की है।
पहले भी मुख्यालय में 20 वर्षों तक तैनात रह चुका है
अमित अग्रवाल अपनी नियुक्ति से लगभग 20 वर्षों तक मुख्यालय में ही तैनात रहा है और तमाम अनियमितताओं और शिकायतों के बाद साल भर पहले उसे यहां से डिप्टी कार्यालय मुंडेरा ट्रांसफर किया गया था लेकिन एक बार फिर उसने सेक्रेटरी से अपनी नजदीकी का नाजायज फायदा उठा कर मुख्यालय में पुनः मलाईदार पोस्टिंग पर आने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है।
अब सवाल यह उठ रहा है कि एक बाबू स्तर के व्यक्ति के लिए सेक्रेटरी नियमों की धज्जियां क्यों उड़ाना चाहते हैं। आखिर अमित अग्रवाल सेक्रेटरी का ऐसा कौन सा सीक्रेट जानता है जिसकी वजह से वहां उसके आगे बेबस हैं।
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