मुंबई। बुधवार को अजित पवार को अपने समर्थक विधायकों पर ज्यादा भरोसा नहीं है इसीलिए उन्होंने करीब 29 विधायकों को मुंबई के एक हाई प्रोफाइल होटल में पहुंचा दिया है। बताया जा रहा है कि इन विधायकों की आवभगत में पानी की तरह पैसा बहाया जा रहा है।
अजीत पवार और शरद पवार के बीच पार्टी पर प्रभुत्व को लेकर चल रही लड़ाई चुनाव आयोग पहुंच गई है और शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग में कैबियट दाखिल करके उनका पक्ष सुने बिना कोई निर्णय न करने का अनुरोध किया है।
शिंदे गुट बेचैन
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी के साथ किसी भी साझा मंच से अपने को दूर कर लिया है। सूत्रों का कहना है कि उन्होंने अपने सभी अपॉइंटमेंट रद्द कर दिए और अपने आवास पर समर्थक विधायकों और नेताओं की एक आपात बैठक बुलाई। बैठक में मौजूद विधायकों और समर्थकों ने एकनाथ शिंदे से दो टूक कहा कि अब सरकार के साथ बने रहने का कोई फायदा नहीं है। भारतीयों ने कहा कि हमारी राजनीति एनसीपी और कांग्रेस के खिलाफ थी अगर यही लोग हमारे साथ सत्ता में हैं तो हम कौन सी राजनीति करेंगे। एकनाथ शिंदे ने नेताओं समर्थकों को सब कुछ ठीक होने का भरोसा दिलाया लेकिन कहा जा रहा है कि उनकी बातों से लोग ज्यादा संतुष्ट नहीं थे
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