केन्या के राष्ट्रपति का अहम खुलासा:
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अदानी एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल केन्या में राजनीतिक घमासान मच गया है। केन्या की विपक्षी पार्टी ने वहां सत्ताधारी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाया है कि अदानी से रिश्वत लेकर वहां के राष्ट्रपति ने बिजली रेल और सड़क जैसी बड़ी परियोजनाओं का ठेका अदानी की कंपनी को दिया। अदानी की कंपनी को मीनिंग का ठेका देने के लिए करोड़ों डॉलर की रिश्वत ली गई। इस मामले में अब वहां के राष्ट्रपति की सफाई सामने आई है उन्होंने कहा है कि: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा अदानी कंपनी और गौतम अडानी का परिचय कराया गया था और उनके ही कहने पर केन्या में तमाम परियोजनाओं का ठेका अदानी की कंपनी को दिया गया है।
बांग्लादेश, श्रीलंका के बाद अब केन्या के राष्ट्राध्यक्ष बता रहे हैं कि भारत के प्रधानमंत्री मोदीजी ने उन्हें अड़ानी ग्रुप से परिचित करवाया था और उनके बिजनेस के बारे में जानकारी दी थी।
गौरतलब है कि अड़ानी ग्रुप की एक डील के चलते केन्या की राजनीति में भूचाल आ गया है। आरोप है की सत्तारूढ़ पार्टी प्रमुख को इस डील में भारी रिश्वत दी गई है। मामला कोर्ट में जा पहुंचा है।
मोदीजी भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बन गये हैं जो देश के बाहर एक व्यापारिक ग्रुप के लिए लगातार मार्केटिंग करते हुए मिलते हैं।
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