
लखनऊ। गोमती के किनारे झूलेलाल पार्क में मां पीतांबरा के निमित्त चल रहे यज्ञ में पहले अखिलेश यादव को आमंत्रित किया गया और जब वहां भाग लेने पहुंचे तो वहां मौजूद सैकड़ों लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और खदेड़ दिया। भीड़ के आक्रामक रुख को देखते हुए अखिलेश यादव वहां से वापस आ गए। मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे शूद्र कह कर यज्ञ में शामिल होने से रोक दिया गया। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म के मठाधीशों ने पिछड़ों दलितों और आदिवासियों को शूद्र बताकर मंदिरों में आने जाने से रोक दिया है यही भाजपा का हिंदुत्व है।
इस यज्ञ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी भी हैं संयोजक
कहा जा रहा है कि विवादित तथाकथित दंडी स्वामी राम दास उर्फ रामाश्रम दास की देखरेख में यह यज्ञ आयोजित किया जा रहा है जिसमें विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी सहभागिता है।
पिछड़ों दलितों के साथ भेदभाव का मामला गरमाया
पिछले दिनों रामचरितमानस में दलित और स्त्रियों पर एक चौपाई पर स्वामी प्रसाद मौर्य टिप्पणी के बाद से ही उत्तर प्रदेश में हिंदुओं में पिछड़ों और दलितों के साथ भेदभाव का मुद्दा फिर गरमा गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य जहां सवर्ण वर्गों के निशाने पर है वही पिछड़े और दलित स्वामी प्रसाद मौर्य की टिप्पणी के साथ उनके साथ लामबंद हो रहे हैं।
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