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अवधभूमि टीम की रिपोर्ट:
अगरतला। हिमाचल प्रदेश के बाद पूर्वोत्तर के महत्वपूर्ण राज्य त्रिपुरा भी भाजपा मुक्त हो सकता है। अवधभूमि में न्यूज़ के एग्जिट पोल में सीपीएम कांग्रेस गठबंधन 29 से 35 सीटें जीत सकता है
त्रिपुरा के पूर्व महाराज के उत्तराधिकारी प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मन के नेतृत्व वाली आदिवासी पार्टी टिपरा मोथा भी तीसरे पक्ष के तौर पर चुनाव मैदान में है तथा एग्जिट पोल के मुताबिक 8 से 12 सीटें जीत कर बड़ी ताकत के रूप में उभर रही है।
एग्जिट पोल के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी त्रिपुरा में केवल 5 से 7 सीटों तक सिमट सकती है। जबकि 2018 में हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 44 सीटें जीतकर त्रिपुरा में धमाकेदार अंदाज में प्रवेश किया था।
भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था का मुद्दा छाया रहा
अगर त्रिपुरा में मुद्दों की बात की जाए तो यहां पर भ्रष्टाचार और सरकार समर्थित पार्टी का गुंडागर्दी सबसे बड़ा मुद्दा बन के सामने आया। पिछली बार आदिवासी मतदाताओं को जमकर रिझाने वाली भाजपा की स्थिति आदिवासी क्षेत्रों में काफी दयनीय दिखाई दे रही है यहां टिप्प्रा मोथा का राजनैतिक संगठन भाजपा की बड़ी जमीन निकलता हुआ नजर आ रहा है।
त्रिपुरा में सीट वाइज एग्जिट पोल जाने के लिए कृपया इस लिंक को ओपन करें
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