कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा लोकसभा चुनाव में संदेश खाली जैसे मुद्दे को उठा रही है इस बीच में बंगाल के गवर्नर और भाजपा के वरिष्ठ नेता सी वी आनंद पर राज भवन में तैनात एक महिला संविदा कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। महिला की बात पर भरोसा करें तो वह नियमित नियुक्ति के सिलसिले में गवर्नर से मिलने गई थी जहां उसके साथ छेड़छाड़ हुई। यह बात जब उसने कोलकाता के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली। मामला सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस हमलावर है। पार्टी की वरिष्ठ नेता सागरिका घोष ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से जवाब मांगा है।
टीएमसी ने कहा है, “इससे राजभवन की गरिमा को धक्का लगा है.”
पार्टी ने एक्स पर आरोप लगाया- “ भयावह और अकल्पनीय! हमारी संवैधानिकता के प्रतीक राजभवन की पवित्रता धूमिल हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रात में राजभवन पहुंचने से कुछ घंटे पहले राज्यपाल ने नौकरी का झांसा देकर एक महिला से कथित तौर पर छेड़छाड़ की.”
पार्टी ने कहा है कि बिना देरी और टालमटोल के इस मामले में जल्द से जल्द न्याय मिलना चाहिए.
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब प्रधानमंत्री अपने बंगाल दौरे पर रात्रि निवास के लिए राज भवन में रुकने वाले थे। फिलहाल भाजपा की ओर से अभी कोई जवाब नहीं आया है जबकि राज्यपाल ने इस आरोप को सिरे से खारिज दिया है
More Stories
मनुस्मृति का विरोध महापाप: राम माधव
धर्म के आधार पर अत्याचार नहीं होना चाहिए: मोहन भागवत
डीपीसी से पहले कई कर्मचारियों की एसीआर गायब, प्रभावित कर्मचारियों से वसूली में जुटे प्रसेन रॉय और राजकुमार