गरुडा एजेंसी पर हो सकती है एफआईआर:

प्रतापगढ़। सेवा प्रदाता एजेंसी गरुणा द्वारा मेडिकल कॉलेज में किए जा रहे गड़बड़ झाला उजागिर होने पर एजेंसी के लोग अब कर्मचारियों की उपस्थिति सत्यापन करने वाले लोगों पर दबाव बनाना शुरू कर दिए है।उन्हें तरह तरह के प्रलोभन दिए जाने के साथ ही डरवाने का भी काम कर रहे है।बता दे कि सेवा प्रदाता एजेंसी के माध्यम से मेडिकल कालेज में कुल 560 कर्मचारियों की तैनाती की गई है,और प्रत्येक माह उनका वेतन भी निकल रहा है किंतु ड्यूटी केवल 346 कर्मचारी करते पाए गए।जिला अस्पताल में 260 और महिला अस्पताल में 86 कर्मचारी ड्यूटी कर रहे है।शेष 214 कर्मचारी कहा ड्यूटी कर रहे है,यह कोई बता नहीं पा रहा है। नियुक्ति 560 कर्मचारियों की ड्यूटी कहा किस वार्ड में लगेगी,यह कार्य मेडिकल कॉलेज प्रशाशन को करना चाहिए किंतु यह कार्य भी सेवा प्रदाता एजेंसी करती आ रही है।एजेंसी द्वारा किए जा रहे गड़बड़ झाला जब उजागिर हुआ तो नए प्राचार्य ने कर्मचारियों के वेतन पर रोक लगा दी और उनके उपस्थिति सत्यापन के लिए पांच सदस्यीय टीम बना दी।प्राचार्य डॉ विनोद कुमार पांडेय ने एक सर्कुलर जारी कर निर्देश दिया है की कर्मचारियों की ड्यूटी सत्यापन के बाद ही इस माह का वेतन भुगतान होगा।प्राचार्य के इस आदेश से हड़कंप मच गया है।
गरुड़ एजेंसी के बारे में पता चला है कि करीब 200 लोगों की फर्जी नियुक्ति करके उनका वेतन बंदर बांट कर रही थी। यह रकम करोड़ों में बताई जा रही है। यह भी चर्चा है कि तमाम ऐसे लोगों की भी नियुक्तियां हो गई हैं जो सरकारी सेवा में है और पैसे के दम पर कागज पर ही तैनाती प्राप्त कर चुके हैं और महीने में अतिरिक्त वेतन भी ले रहे हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब जिले में ईमानदार और तेज तर्रार प्रिंसिपल विनोद पांडे की जानकारी में यह प्रकरण आया। एजेंसी के लोगों ने इन्हें बहुत प्रलोभन दिया और अपने सिंडिकेट में शामिल होने का ऑफर दिया लेकिन दाल नहीं गली माना जा रहा है कि देर समीर एजेंसी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी इस बात का संकेत भी प्रिंसिपल ने दिया है।
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