
प्रयागराज। एडिशनल कमिश्नर के स्पष्ट आदेश के बावजूद डिप्टी कार्मिक प्रभात चंद ने पटल परिवर्तन में बड़ा खेल कर दिया। बताया जा रहा है कि पैसे और पावर के दम पर कई बाबू मलाईदार पोस्टिंग पानी में सफल हो गए। नियमित्व और दंडली का खेल यह रहा कि मेरिट में सीनियर क्लर्क का पटल परिवर्तन नहीं हुआ जबकि जूनियर का पटल परिवर्तन कर दिया गया।
पता चला है कि प्राविधिक में तैनाती पाने वाली अर्चना विधि अनुभाग में तैनात रही और अभी 2 वर्ष भी पूरा नहीं हुआ फिर भी पटल परिवर्तन कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह पटल परिवर्तन एक शराब कारोबारी की सिफारिश पर हुआ। राजेश कुमार जो अल्कोहल से ऑडिट में आए हैं अभी उनका भी 2 वर्ष पूरा नहीं हुआ है फिर भी पटल परिवर्तित कर दिया गया इसी तरह सांख्यिकी में भी जूनियर और कम अनुभवी व्यक्ति की पोस्टिंग जानबूझकर कराई गई है।

जानकारी मिली है कि डिप्टी कार्मिक के कार्यालय में डेट ऑफ जॉइनिंग और एसीआर की एंट्री की अनदेखी की गई है। ट्रांसफर की निष्पक्षता और पारदर्शिता की धज्जियां उड़ रही है और आबकारी निरीक्षक जिस प्रसेन राय को 15 वर्ष से अधिक समय हो गया है कार्मिक में तैनात रहते उसके ट्रांसफर की कोई हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है यही व्यक्ति डिप्टी कार्मिक के साथ बैठकर गुणा गणित कर रहा है। फिलहाल एडिशनल कमिश्नर से ही उम्मीदें हैं और माना जा रहा है कि इस प्रकरण में बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
More Stories
सीपी राधा कृष्णन एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार:
राजनाथ सिंह के कहने पर मैंने बसपा तोड़ी: राजा भैया
सगरा सुन्दरपुर में दबंगई : राम धन सरोज के घर अराजकतत्वों का हमला, महिलाओं को पीटा