
लखनऊ। आबकारी मुख्यालय में ईआईबी में तैनात सहायक आबकारी आयुक्त ने कमिश्नर को भेजे गए एक शिकायती पत्र में प्रयागराज में प्रभारी निरीक्षक आबकारी गोदाम प्रयागराज शैलेंद्र तिवारी पर हनुमानगंज स्थित एक लाइसेंसी दुकान से 12 साल पुरानी शराब बरामद होने की जानकारी दी तो बतौर सहायक आबकारी आयुक्त अरविंद सोनकर प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी ने उनके साथ अभद्रता की और जेल भेजने की धमकी दी। अरविंद सोनकर ने यह भी जानकारी दी कि प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी की धमकी देने के थोड़ी देर बाद जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी जोकि पूर्वी जोन के जॉइंट एक्साइज कमिश्नर ईआईबी भी है उन्होंने भी सहायक आबकारी आयुक्त ईआईबी अरविंद सोनकर को फोन कर कड़ी चेतावनी दी।


दबंग आबकारी निरीक्षक के सामने लाचार हुआ विभाग
मिली जानकारी के मुताबिक जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी को आबकारी आयुक्त ने इस मामले की जांच की जिम्मेदारी सौपी लेकिन जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी की सहानुभूति आरोपी प्रभारी निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी के प्रति अधिक दिखाई दी। कहा जा रहा है कि जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी ने आरोपी निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी की मदद के लिए पीड़ित सहायक आबकारी आयुक्त अरविंद सोनकर पर दबाव बना रखा है और मनचाहा बयान चाहते हैं जबकि आरोपी निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी का अभी तक बयान नहीं दर्ज किया गया। दिलीप मणि त्रिपाठी के रवैया से पीड़ित सहायक आबकारी आयुक्त निराश है।
प्रकरण क्यों है गंभीर
प्रयागराज में लाइसेंसी दुकान पर 15 साल पुरानी शराब की बरामदगी पूरे जिले में शराब तस्करों के दबदबे का संकेत दे रहा है। इस बात की जांच ही नहीं हुई कि यह शराब गोदाम से आई या लाइसेंसी खुद इस तस्करी में शामिल है अगर वह शामिल है तो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई और यदि वह शामिल नहीं है यह निकासिक गोदाम से हुई है तो संबंधित गोदाम के निरीक्षक के तौर पर शैलेंद्र तिवारी पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। शैलेंद्र तिवारी इसलिए सवालों के घेरे में है क्योंकि जब यह शराब पकड़ी गई तो उन्होंने सहायक आपकारी आयुक्तईआईबी अरविंद सोनकर को धमकी दी और पकड़ी गई शराब को छोड़ देने के लिए मजबूर किया जिसकी लिखित शिकायत सहायक आबकारी आयुक्त अरविंद सोनकर ने उच्च अधिकारियों को दी स्वयं जो जॉइंट एक्साइड कमिश्नर पूर्वी जोनईआईबी दिलीप मणि त्रिपाठी को दिया लेकिन उन्होंने आरोपी शैलेंद्र तिवारी पर कार्रवाई के बजाय अरविंद सोनकर को ही फटकार लगाई।
मामला मंत्री के संज्ञान में
जानकारी मिली है कि यह प्रकरण अब विभागीय मंत्री के संज्ञान में चला गया है । मंत्री बेहद नाराज है और जल्द ही बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
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