जेरूसलम। आतंकी संगठन हमास का साथ देने का कामयाब वहां के नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है। इसराइल ने गजपति इलाके में पिछले 5 दिनों से बिजली पानी और अनाज की पूरी सप्लाई रोक दी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसराइल हमले में खंडहर हुए अस्पतालों में बिना दवाओं के गंभीर रूप से जख्मी फिलिस्तीन पड़े हुए हैं ऐसे में उन्हें जिंदा रहने के लिए पानी भी नसीब नहीं हो रहा है मीडिया रिपोर्ट की माने तो कई लोगों की मौत पानी और भोजन के अभाव में हो चुकी है।
इसराइल ने राखी शर्त:
इस बीच इसराइल ने गाजा पट्टी में बिजली पानी और दवा अनाज की आपूर्ति के लिए शर्त रखी है। इसराइल के आपूर्ति मंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि जब तक हमास के चंगुल से उसके सभी नागरिक सुरक्षित रिहा नहीं हो जाते वह गज क्षेत्र में किसी भी तरह की बिजली पानी दवा और अनाज की आपूर्ति नहीं होने देंगे चाहे इसमें कितनी भी जान क्यों ना चली जाए। इस बीच संयुक्त राष्ट्र ने इसराइल से अपील की है कि मानवीय दृष्टिकोण के चलते गज को बिजली पानी और अनाज की सप्लाई होने दे लेकिन इसराइल ने संयुक्त राष्ट्र का अपील करने से इनकार कर दिया है।
फिलीस्तीन को भारी पड़ रहा हमास को समर्थन
पिछले 4 दशकों से फिलिस्तीन के एक बड़े क्षेत्र पर काबिल आतंकी संगठन हमास का समर्थन करना गज के लोगों को अब भारी पड़ रहा है। वैचारिक रूप से फिलिस्तीन दो भागों में बांटा हुआ है एक ऐसा उदारवादी फिलिस्तीन है जो अपनी आजादी चाहता है लेकिन वह हमास का समर्थन नहीं करता। जबकि दूसरा वर्ग उग्रवादी विचारधारा का समर्थक है और आतंकी संगठन हमास का समर्थन करता है। 6 अक्टूबर को इसी संगठन ने इजराइल में व्यापक पैमाने पर घुसपैठ करके सैकड़ो लोगों की जान ले ली और बहुत से लोगों को बंधक बनाकर अपने साथ ले गए। माना जा रहा है कि बंधक बनाए गए 200 से अधिक इजरायली पुरुष स्त्री बच्चे और बुजुर्ग को आतंकी संगठन हमास रक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
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