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प्रतापगढ़ में डिप्टी एसपी   की जमकर पिटाई:

बलात्कार के आरोपी डॉक्टर और अन्य लोगों को बचाने के लिए प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर दिया था लाठी चार्ज करने का आदेश:

प्रतापगढ़। जनपद की रानीगंज तहसील में एक निजी अस्पताल में कार्यरत महिला युवती के साथ अस्पताल के डॉक्टर और छह अन्य लोगों द्वारा बलात्कार कर हत्या किए जाने के मामले में पुलिस द्वारा लीपा पोती से नाराज ग्रामीणों के प्रदर्शन पर क्षेत्राधिकारी विनय साहनी द्वारा लाठी चार्ज करने के आदेश पर भीड़ उग्र हो गई और पथराव करने लगी। इस पथराव में पुलिस क्षेत्राधिकार समेत एक दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल बताए जा रहे हैं।

घटना के संबंध में मृत युवती की मां ने  मीडिया को जानकारी दी है कि उनकी बेटी मां मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल में काम करती थी और साइकिल से रोज शाम को ड्यूटी पर जाती थी। मृत युवती की मां द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम 6:00 बजे अपनी ड्यूटी पर अस्पताल में गई और उसके 2 घंटे बाद अस्पताल से फोन आया कि तुम्हारी लड़की की तबीयत खराब है तुरंत अस्पताल पहुंचो। मृत युवती के मां के मुताबिक जब वह अस्पताल पहुंची तो आरोपी डॉक्टर और उनके साथियों ने अस्पताल के अंदर जाने नहीं दिया। थोड़ी देर में अस्पताल की एंबुलेंस से युवती की लाश उसके घर स्थानीय कोतवाली अंतर्गत आधारगंज भिजवा दिया। जब एम्बुलेंस युवती की लाश लेकर उसके घर गई तो वहां परिजनों ने ड्राइवर और एंबुलेंस को बंधक बना लिया पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी गई लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि पुलिस से आरोपी डॉक्टर पहले ही मिल चुका था। क्षेत्राधिकार विनय साहनी जिन पर जमीन पर कब्जा करवाने फर्जी मुकदमा लिखवाने और गंभीर मामलों की विवेचना में आरोपियों का नाम निकालने के लिए प्रसिद्ध है उन्होंने यहां पर पीड़ित परिजनों पर ही रोब जमाना शुरू कर दिया। कार्रवाई नहीं होते देख आज परिजनों ने युवती की लाश के साथ अस्पताल के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया। पीड़ित परिजनों की बात सुनने के बजाय दबंग विनय साहनी ने लाठी चार्ज का आदेश दिया इसके बाद भीड़ उग्र हो गई और क्षेत्राधिकारी समेत सभी पुलिस कर्मियों पर पथराव करना शुरू कर दिया।

घटना की सूचना पर पहुंचे विधायक डॉक्टर आरके वर्मा कोतवाल और डिप्टी एसपी से हुई  नोक झोक:

घटना की जानकारी मिलते ही विधायक रानीगंज डॉक्टर आरके वर्मा प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे वहां उनकी डिप्टी एसपी विनय साहनी और कोतवाल आदित्य सिंह से नोक झोक शुरू हो गई। उन्होंने डिप्टी एसपी से पूछा कि किसके कहने पर प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज का आदेश दिया गया इसके जवाब में विनय साहनी ने कहा की भीड़ अस्पताल को तहस-नहस करना चाहती थी जिसको बचाने के लिए ऐसा करना पड़ा। बढ़ते बवाल के बीच मौके पर पुलिस कप्तान पहुंचे वह भी डिप्टी एसपी विनय  साहनी के क्रियाकलाप से नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि हमें भी युवती के बीमार होने की जानकारी दी गई थी लेकिन यहां पहुंचने पर उसकी मौत की बात पता चली।

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